मुख्यमंत्री के फैसले से खिले किसानों के चेहरे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गन्ना मूल्य में 25 रुपये की बढ़ोतरी करने से किसानों के चेहरे खिल गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 05:30 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 05:30 AM (IST)
मुख्यमंत्री के फैसले से खिले किसानों के चेहरे
मुख्यमंत्री के फैसले से खिले किसानों के चेहरे

मुरादाबाद, जेएनएन : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गन्ना मूल्य में 25 रुपये की बढ़ोतरी करने से किसानों के चेहरों पर मुस्कान आ गई है। हालांकि, भाकियू नेताओं का कहना है मुख्यमंत्री को अन्य प्रदेशों की तरह गन्ना मूल्य बढ़ाना चाहिए था।

छजलैट ब्लाक के किसान रघुपत सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री के गन्ना मूल्य बढ़ाने का फैसला स्वागत के योग्य है। लेकिन, तीनों कृषि कानूनों पर भी केंद्र सरकार को विचार करना चाहिए। कुंदरकी ब्लाक के जटपुरा गांव के किसान ग्रहण सिंह बोले, गन्ना मूल्य बढ़ाए जाने के फैसले का सबसे अधिक लाभ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को मिलेगा। कई साल से गन्ना मूल्य बढ़ा नहीं था। चुनाव के समय ही सही सरकार ने किसानों के बारे में सोचा तो सही। अमरपुर गांव के किसान मेघराज सैनी और डोरीलाल सैनी गन्ना मूल्य बढ़ाए जाने से बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि भाजपा सरकार किसानों के हितों के लिए लगातार काम कर रही है। मलकपुर गांव के किसान जरीफ अहमद का कहना है कि गन्ना मूल्य बढ़ने से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

मुख्यमंत्री ने गन्ना मूल्य पर 25 रुपये बढ़ाकर अच्छा काम किया है। गन्ना मूल्य दस रुपये प्रतिवर्ष के हिसाब से 50 रुपये बढ़ाए जाते तो किसान धन्यवाद देते। यह न्याय की बात है। गन्ना संस्थान के अधिकारी ही 301 रुपये लागत बता रहे हैं।

डा. नौसिंह, किसान नेता सरकार स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करें। किसान की फसल की लागत के साथ जमीन का किराया भी जोड़ा जाना चाहिए। महंगाई दर सात प्रतिशत है। इसके हिसाब से 35 रुपये बढ़ने चाहिए थे। हरियाणा में बीजेपी की सरकार है, वहां 362 में गन्ने का मूल्य हो गया है।

यशपाल सिंह, किसान

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