रामगंगा नदी का पानी घटने से बाढ़ का खतरा टला, लोगों को सावधान रहने की ह‍िदायत

रामगंगा का जलस्तर घटने लगा है। शुक्रवार को जल स्तर में मामूली सी कमी रिकार्ड की गई। कालागढ़ डैम का जलस्तर 145. 320 मीटर दर्ज किया गया। अगस्त का महीना शहरी और आसपास के सटे गांवों के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 12:50 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 12:50 PM (IST)
रामगंगा नदी का पानी घटने से बाढ़ का खतरा टला, लोगों को सावधान रहने की ह‍िदायत
आसपास के सटे गांवों के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। रामगंगा का जलस्तर घटने लगा है। शुक्रवार को जल स्तर में मामूली सी कमी रिकार्ड की गई। कालागढ़ डैम का जलस्तर 145. 320 मीटर दर्ज किया गया।  अगस्त का महीना शहरी और आसपास के सटे गांवों के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है।

कालागढ़ बांध और तुमड़िया से छोड़े जाने वाले पानी से रामगंगा के अलावा फीका और ढेला नदी को भयावह बना देता है। पिछली साल छह जुलाई को बारिश 1.21 मिमी बारिश होने से जल स्तर बढ़ा था। इस बार बरसात कम होने की वजह से रामगंगा अभी तक उफान पर नहीं आई है। बाढ़ कंट्रोल रूम के आंकड़ों के मुताबिक रामगंगा के खतरे का निशान 190.60 मीटर है। नदी में अभी 189.800 मीटर पानी चल रहा है। बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता अजय प्रताप सिंह ने बताया कि रामगंगा का पानी लगातार घट रहा है। अभी तक बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। लेकिन, फिर भी रामगंगा से आसपास के गांवों के लोगों को सावधान रहने के लिए कह दिया गया है।

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