घर से दिल्ली जाने के लिए निकला था, हत्यारों ने मारकर नदी में फेंका
बरेली के बिथरी चैनपुर थाने के नारियावल गांव में रहने वाले बस चालक की हत्या कर शव को रामगंगा नदी में फेंक दिया गया।
मुरादाबाद । बरेली के बिथरी चैनपुर थाने के नारियावल गांव में रहने वाले बस चालक की हत्या कर शव को रामगंगा नदी में फेंक दिया गया। सिर पर लोहे की राड मारकर वारदात की गई है। शव से हाथ और पैर का हिस्सा भी गायब था। हालांकि, पुलिस उसे जानवरों के खाने की बात कह रही है। जेब से मिले आधार कार्ड से शव की शिनाख्त की गई।
शनिवार को कटघर थाना क्षेत्र में रामगंगा नदी के किनारे शव अटका पड़ा था। आसपास के लोगों ने नदी शव को देखकर पुलिस को मामले की जानकारी दी। एसआइ पवन कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। जेब में आधार कार्ड मिला, जिसमें जबूर अहमद पुत्र शहजादे निवासी नारियावल थाना बिथरी चैनपुर लिखा था। आधार कार्ड के फोन नंबर पर पुलिस ने परिवार से बातचीत की। जबूर अहमद का बेटा साजिद और भाई नबी हसन मौके पर पहुंचे। उन्होंने मोर्चरी में रखे शव की पहचान कर ली। नबी अहमद ने पुलिस को बताया कि जबूर अहमद प्राईवेट बस चलता है। पांच दिन पहले जबूर घर से दिल्ली जाने के लिए कहकर निकला था, लेकिन वह वहां नहीं पहुंचा। परिवार के लोग समझ रहे थे कि जबूर अहमद बस चला रहा है। इसलिए उसकी पड़ताल भी नहीं की गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जबूर के सिर में लोहे की राड से चोट लगने से मौत होने की बात सामने आई है। पुलिस ने मृतक के बेटे साजिद की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। जबूर के आठ बच्चे हैं। पुलिस के मुताबिक, परिवार ने किसी से भी रंजिश होने से इन्कार किया है।
बस चालक जबूर की हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। हत्या करने के बाद शव को रामगंगा नदी में फेंका गया है। आरोपितों की तलाश की जा रही है। जबूर के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल के आधार पर ही पूरे मामले का पर्दाफाश किया जाएगा।
- जे रविन्दर गौड, डीआइजी