प्रेमिका की बेवफाई से अवसाद में आया शिक्षक, मुझे माफ कर देना लिखकर उठाया ऐसा कदम कि टूट गया परिवार
प्रेमिका की हरकतों से परेशान होकर एक शिक्षक ने आत्मघाती कदम उठा लिया। वह यह समझ नहीं पाया कि आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नहीं है।
मुरादाबाद, जेएनएन। प्राइवेट स्कूल का शिक्षक प्रेमिका की बेवफाई को बर्दाश्त नहीं कर पाया। डिप्रेशन में आकर उसने सम्राट अशोक नगर में किराए के कमरे में खुदकुशी कर ली। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव स्वजनों को सौंप दिया है।
सम्भल के थाना नखासा क्षेत्र के गांव चमरौआ निवासी सुमित भाटी (28) मझोला थाना क्षेत्र के सिरकोई भूड़ स्थित प्राइवेट स्कूल में शिक्षक था। वह जोया से सम्भल जाने वाले रोड स्थित डब्ल्यूटीएम संस्थान से बीएड का कोर्स भी कर रहा था। थाना मझोला क्षेत्र के सम्राट अशोकनगर गली नंबर-चार में रामपाल सिंह के मकान में पहली मंजिल पर स्थित कमरे में किराए पर रहता था। पिता धर्मवीर सिंह ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 11 बजे उसकी बड़े भाई से फोन पर बात हुई थी। कहने लगा तीन दिन की बंदी हो रही है। घर आ जाता हूं, इसके बाद सुमित का फोन नहीं लगा। सम्राट अशोक नगर में ही सुमित के चाचा सतीश रहते हैं। पिता के मुताबिक उन्होंने भाई के पास कॉल करके सुमित का पता लगाने को कहा। सतीश का बेटा सुवेंद्र सुबह करीब नौ बजे सुमित को कमरे पर देखने पहुंचा तो उसका शव कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला। उसे देख सुवेंद्र की चीख निकल गई। शोर सुनकर आसपास के लोग जमा हो गए। मझोला थाने के कांशीराम नगर पुलिस चौकी प्रभारी पंकज कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम से जांच कराने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को सुमित भाटी के कमरे से सुसाइड नोट और एक लेटर मिला है। प्रभारी निरीक्षक मझोला राकेश कुमार सिंह ने बताया कि अभी परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है। वह किसी युवती से प्रेम करता था। उसके कुछ नाराजगी थी। शायद इसीलिए यह कदम उठाया है। तहरीर मिलने पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की होगी।
पिता का सपनाटूट गया, परिवार सदमे में
जवान बेटे की मौत की सूचना पर सम्राट अशोकनगर पहुंचे पिता धर्मवीर सिंह बेसुध हो गए। कहने लगे सुमित बड़ा होनहार था। कभी उसने हमसे कोई बात साझा नहीं की। उसकी हर बात को मान लिया जाता। उसे लेकर मैंने बहुत सपने देखे थे, उम्मीद थी कि उसको अच्छी सरकारी नौकरी मिल जाएगी। इसके बाद कुछ अच्छे दिन आएंगे। वह तो सारे सपने तोड़ गया। सुमित भाटी तीन भाई बहनों में बीच का था। उसका बड़ा भाई सचिन और छोटा भाई सुरभि हैं। पिता धर्मवीर ने बताया कि सुमित बीएससी भी मुरादाबाद में रहकर किया था। वह करीब पांच साल से मुरादाबाद में रह रहा था। एक साल से नए मकान में रह रहा था। सुमित की मौत के बाद से चाची सुनीता का रोते-रोते बुरा हाल था। मां बिजेंद्री, पिता धर्मवीर ङ्क्षसह, भाई सचिन व बहन सुरभि का बेहद सदमे में हैं।
सुसाइड नोट में खुद को ठहराया मौत का जिम्मेदार
सुमित ने सुसाइड नोट में खुद को ही जिम्मेदार बताया है। उसने लिखा है कि सभी दोस्तों एवं मेरे मिलने वालों एवं मेरे रिश्तेदारों और मेरे माता-पिता एवं भाई-बहन और छोटे भतीजियों को मेरा हाथ जोड़कर प्रणाम। मेरी इस गलती को माफ कर देना। मैं जिससे शादी करना चाहता था। जिससे प्यार का करता था उसके साथ घर वालों की सेवा करना चाहता था। लेकिन अब मुझे फोन करके उससे बात न करने की धमकी दी जा रही है। किसी ने मेरा साथ नहीं दिया, आज अकेला हो गया हूं। अब नहीं जीना चाहता। उसने यह भी लिखा है कि मेरे मरने के बाद किसी को परेशान न किया जाए।