Teacher legislative election 2020 : राजनीति में लंबे समय से सक्रिय हैं हरि सिंह ढिल्लो, राष्ट्रीय लोकदल के साथ शुरू क‍िया था सफर

Teacher legislative election 2020 भाजपा प्रत्याशी हरि सिंह ढिल्लो अमरोहा के मुहल्ला कल्याणपुरा में रह हैं। मूल रूप से अमरोहा के गांव खंडसाल कलां के निवासी हैं। उनके मैदान में उतरने और भाजपा की ओर से पूरा दम लगाए जाने के बाद से मुकाबला रोमांचक माना जा रहा था।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 12:29 AM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 02:40 PM (IST)
Teacher legislative election 2020 : राजनीति में लंबे समय से सक्रिय हैं हरि सिंह ढिल्लो, राष्ट्रीय लोकदल के साथ शुरू क‍िया था सफर
शिक्षक विधायक बरेली मुरादाबाद निवार्चन खंड में मिठाई वितरण किया गया।

मुरादाबाद, जेएनएन। Teacher Legislative Election Results 2020। बरेली-मुरादाबाद शिक्षक विधायक चुनाव में पहली बार भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी उतारा और शानदार जीत दर्ज की। मुरादाबाद से मैदान में उतरे शिक्षक संघ के प्रत्याशी डॉ सुनीत गिरी को मात्र 1,258 वोट मिले और वह पांचवें स्थान पर रहे। हरि सिंह ढिल्लो की जीत पर समर्थकों ने खुशी जताई। भाजपा प्रत्याशी हरि सिंह ढिल्लो अमरोहा के मुहल्ला कल्याणपुरा में रहते हैं। वह मूल रूप से अमरोहा के गांव खंडसाल कलां के निवासी हैं। राजनीति में वे लंबे समय से सक्रिय हैं। उनकी राजनीतिक यात्रा राष्ट्रीय लोकदल के साथ शुरू हुई।

ढिल्लो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रालोद के प्रमुख नेताओं में गिने जाते थे। 2002 में वे भारतीय जनता पार्टी और रालोद गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर अमरोहा में विधानसभा चुनाव लड़े थे। लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाए। इसके बाद रालोद ने उन्हें विधान परिषद सदस्य बनाया। पिछली बार उन्होंने स्नातक खंड निर्वाचन विधान परिषद सदस्य का चुनाव लड़ा था और दूसरे स्थान पर रहे थे। 2015 में उन्होंने रालोद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने किसी भी पार्टी में जाने की घोषणा नहीं की थी। पार्टी छोड़ने का कारण उन्होंने अपनी अनदेखी और पार्टी की नीतियों को बताया था। उनकी पत्नी रंजना ढिल्लो ब्लाक प्रमुख रह चुकी हैं। पिछले कुछ समय से वे भाजपा के साथ जुड़ गए थे। पार्टी के कार्यक्रमों में दिखाई देने लगे थे, पर पार्टी में शामिल होने की घोषणा नहीं हुई थी। शिक्षक विधायक चुनाव की घोषणा से पहले ही उनके भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे। कारण यह था कि पार्टी ने इससे पहले इस सीट पर कभी अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था और इस बार चुनाव लड़ने की घोषणा की गई थी। उनके मैदान में उतरने और भाजपा की ओर से पूरा दम लगाए जाने के बाद से मुकाबला रोमांचक होने की उम्मीद की जा रही थी। जब परिणाम आया तो उनकी जीत लगभग एकतरफा हुुई। उनके जीत दर्ज करने पर पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह, एमएलसी डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त, महापौर विनोद अग्रवाल, उप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. विशेष गुप्ता, नगर विधायक रितेश गुप्ता ने बधाई दी। इन सभी ने उनके लिए प्रचार भी किया था।

मुरादाबाद के हाथ लगी निराशा

विधान परिषद सदस्य के चुनाव में मुरादाबाद को निराशा हाथ आई। मुरादाबाद से चुनाव मैदान में उतरे डॉ. सुनीत गिरि को हार का सामना करना पड़ा। चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के मंडल अध्यक्ष रहते हुए संगठन से बगावत की थी। संगठन से अलग होकर उन्होंने माध्यमिक शिक्षक संघ कार्यरत गुट बनाया था।

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