Sugarcane farmer Help : गन्‍ना क‍िसानों को बड़ी राहत, अब टोल फ्री नंबर पर फोन कर पा सकेंगे हर समस्‍या का समाधान

क‍िसानों की समस्‍याओं के समाधान के ल‍िए कंट्रोल रूम स्‍थाप‍ित क‍िया गया है। गन्ना किसानों को कोई असुविधा न हो इसलिए वहां तैनात कार्मिकों के अवकाश की अवधि में कार्य करने के लिए दक्ष एवं अनुभवी कार्मिकों की बैकअप टीम का भी गठन किया गया है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 04:33 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 04:33 PM (IST)
Sugarcane farmer Help : गन्‍ना क‍िसानों को बड़ी राहत, अब टोल फ्री नंबर पर फोन कर पा सकेंगे हर समस्‍या का समाधान
कंट्रोल रूम के लिए अनुभवी बैकअप टीम तैयार।

मुरादाबाद, जेएनएन। सरकार ने गन्ना किसानों की समस्याओं का तत्काल समाधान कराने के लिए गन्ना विकास विभाग के लखनऊ मुख्यालय पर कंट्रोल रूम (टोल-फ्री) स्थापित किया है। इस टोल-फ्री नंबर 1800-121-3203 पर अनुभवी एवं दक्ष कार्मिकों द्वारा दो पालियों में गन्ना किसानों की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान कराया जाएगा।

कंट्रोल रूम में सुबह 7ः45 बजे से रात्रि 10ः45 बजे तक गन्ना किसानों की समस्याओं का समाधान किया जायेगा। टोल-फ्री कॉल सेंटर की यह व्यवस्था सर्वे सीजन के दौरान माह जून से स‍ितंबर तक लागू की गयी है, इस अवधि में टोल-फ्री नंबर पर 16 घंटे किसान काॅल कर सकते हैं, वहीं पेराई सीजन के दौरान माह अक्टूबर से मई तक कंट्रोल रूम द्वारा 24 घंटे गन्ना किसानों की समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। गन्ना किसानों को कोई असुविधा न हो, इसलिए वहां तैनात कार्मिकों के अवकाश की अवधि में कार्य करने के लिए दक्ष एवं अनुभवी कार्मिकों की बैकअप टीम का भी गठन किया गया है। उन्‍होंने बताया कि कृषक गन्ने की खेती से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के लिए विभागीय टोल-फ्री नंबर 1800-121-3203 पर एवं सर्वे, सट्टा, कैलेंडर, पर्ची आदि से संबंध‍ित समस्याओं को टोल-फ्री नंबर 1800-103-5823 पर अपनी शिकायत दर्ज कराकर उसका समाधान पा सकेंगे। उन्होनें यह भी बताया कि कंट्रोल रूम में तैनात कार्मिकों के कार्यों की गुणवत्ता के अनुश्रवण एवं औचक निरीक्षण के लिए विभागीय नोडल अधिकारियों द्वारा प्रतिदिन निरीक्षण कर कार्मिकों को आवश्यक दिशा-निर्दोष प्रदान किए जाएंगे। गन्ने की खेती से जुड़ी नवीनतम जानकारियों तथा कीट रोग आदि के रोकथाम उपायों हेतु गन्ना किसान भारत सरकार के किसान कॉल सेंटर टोल-फ्री नंबर 1800-180-1551 पर भी कॉल कर कृषि वैज्ञानिकों से अपनी समस्या का निदान पा सकते हैं। इन तकनीकी व्यवस्थाओं से किसानों को दफ्तरों के चक्कर लगाने की भी जरूरत नहीं होगी और उनके आने जाने में लगने वाले समय एवं पैसे की बचत होगी। साथ ही कोविड महामारी के प्रसार को रोकने में भी यह व्यवस्था सहायक सिद्ध होगी।

chat bot
आपका साथी