Strike in moradabad : शहर में नहीं उठा कूड़ा, सफाई गोदाम पर रोके गए वाहन, जमकर नारेबाजी
नगर निगम के कर्मचारी समेत जिले भर के कर्मचारी संगठन हड़ताल कर रहे हैं। इसकी वजह से न तो सरकारी कार्यालयों में कोई कामकाज हो पा रहा है और न ही शहर मेें सफाई हो पा रही है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। Strike in moradabad। एमडीए से 110 सफाई कर्मचारी निकाल दिए गए हैं। इसके विरोध में शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर दी गई है। सुबह सफाई गोदाम पर कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहुंच गए। उन्होंने मुख्य द्वार पर खड़े होकर वाहनों को रोक दिया। इससे सुबह शहर भर में कूड़ा नहीं उठा। बाजार में नौ बजे तक सफाई हो जाती थी लेकिन, दुकानों के आगे कूड़ा फैला रहा। सड़कों पर झाड़ू नहीं लगी, डलाव घरों से भी कूड़ा नहीं उठा। गोदाम के अंदर से वाहन मुख्य द्वार पर आकर ठहर गए।
कंपनी की ओर से डोर-डोर कूड़ा उठाने कर्मचारी निकले लेकिन, कई जगह उन्हें भी रोक दिया गया। कर्मचारी संगठनों ने मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के विरोध में भी नारेबाजी की। आरोप लगाया कि करीब 20 दिन से जिले भर के कर्मचारी संगठन प्रदर्शन, हड़ताल कर रहे हैं लेकिन, कर्मचारियों को वापस लेने पर कोई विचार नहीं किया गया। नगर निगम में उप्र सफाई कर्मचारी संघ की ओर से सफाई व्यवस्था ठप की गई है। प्रांतीय उपाध्यक्ष ओमीलाल वाल्मीकि ने कहा कि एमडीए उपाध्यक्ष जिद लिए बैठीं हैं। कई बार वार्ता करने की कोशिश की लेकिन, उन्होंने तरजीह नहीं दी। वह इन दिनों अवकाश पर हैं। वापस आने पर उन्हाेंने कर्मचारी हित में निर्णय नहीं लिया तो और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे। लल्ला बाबू द्रविड़ ने कहा कि कर्मचारियों को वापस नहीं लिया गया तो आगे भी हड़ताल जारी रहेगी। एमडीए से हटाए गए दैनिक वेतन भोगियों के स्वजनों का दर्द जिला प्रशासन व एमडीए उपाध्यक्ष को समझना चाहिए।