मुरादाबाद में कराई जा रही कुत्तों की नसबंदी, अभियान की रफ्तार है सुस्त
Dog sterilization in Moradabad नगर निगम कुत्तों की नसबंदी करा रहा है। प्रतिदिन 25 कुत्तों की नसबंदी कराई जा रही है। हालांकि अभी अभियान की स्पीड धीमी है। माना जा रहा है कि इस व्यवस्था के बाद लोगों को आवारा आतंक से कुछ राहत मिलेगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। Dog sterilization in Moradabad। नगर निगम कुत्तों की नसबंदी करा रहा है। प्रतिदिन 25 कुत्तों की नसबंदी कराई जा रही है। लेकिन इसके सुस्त रफ्तार के चलते नसबंदी अभियान को सफलता नहीं मिल पा रही है। नसबंदी के बाद कुत्तों को उसी क्षेत्र में पकड़कर छोड़ते हैं, जिस क्षेत्र से पकड़ा जाता है। कुत्तों को पहले तीन दिन चैनल में रखते हैं, उसके बाद कुत्तों की नसबंदी बगला गांव स्थित सफाई गोदाम पर बने ऑपरेशन रूम में जाती है।
शहर में कुत्तों की संख्या करीब 40000 है। इसमें 8000 की नसबंदी कराई जा चुकी है। सहायक नगर आयुक्त गंभीर सिंह ने बताया कि कुत्तों की नसबंदी के लिए ठेका दिया गया है। शीघ्र ही समीक्षा की जाएगी कि अब तक कितने कुत्तों की नसबंदी हुई।
ठंड में अधिक खूंखार होते हैं कुत्ते
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एचएस वर्मा ने बताया कि इन दिनों कुत्तों के आवारा और खूंखार होने का प्रमुख कारण ठंड है। ठंड में उन्हें छिपने के लिए जगह नहीं मिलती। ठंड के कारण वे झल्लाए रहते हैं। इस दौरान वे छिपने का प्रयास करते हैं, टोका टाकी या सामने जो गुजरने वालों पर हमलावर हो उठते हैं। इसके अलावा जहां मीट मछली की दुकानें अधिक होती हैं, उन क्षेत्र के आसपास रहने वाले कुत्ते जयादा खूंखार होते हैं। वे मीट के अलावा कुछ और खाना नहीं चाहते। इसलिए उनके व्यवहार में बदलाव आता है। यह दिन कुत्तों के प्रजनन वाले भी होते हैं। उनके हिंसक होने का एक यह भी कारण है। वहीं डॉ. विकास चौहान ने बताया कि मौसम बदलने के साथ ही कुत्ते हिंसक होने लगते हैं। खाना पीना नहीं मिलना भी इनके हिंसक होने एक कारण है।