गोली लगने से घायल सपा नेता ने दिल्ली में तोड़ा दम, समझौते का दबाव बनाने के लिए किया गया था हमला
मामला कोर्ट में विचाराधीन है। ये लोग उस मुकदमे में समझौता करने का दबाव बना रहे थे। इन्कार करने पर एक बार फिर से हमला किया गया था। दीपक का दिल्ली में इलाज चल रहा था। उनकी हालत गंभीर थी।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। गांधी जयंती के दिन स्कूटी पर सवार होकर घर लौट रहे सपा नेता दीपक कुमार उर्फ मंत्री पर हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थीं। उसी दिन से वह जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे थे। शनिवार को दिल्ली में इलाज के दौरान दीपक की मौत हो गई। पुलिस अब इस मामले को हत्या की धारा में तरमीम करेगी।
थाना मझोला क्षेत्र के पुतलीघर रोड निवासी सपा नेता दीपक चौधरी प्रापर्टी डीलर थे सिंचाई विभाग में ठेकेदारी का काम करते थे। दो अक्टूबर की रात करीब दस बजे लाइनपार में कैल्टन नाले के नजदीक स्कूटी से जाते समय बाइक सवार बदमाशों ने उन पर हमला किया था और ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। दीपक चौधरी को गोली लगी थी। घायल दीपक चौधरी साईं अस्पताल में भर्ती हुए। अगले दिन पुलिस ने दीपक की तहरीर पर राहुल प्रताप सिंह, सतपाल सैनी, दिनेश ठाकुर व एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। दीपक को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेज दिया गया था। पूछताछ करने पर घायल दीपक ने बताया कि था कि नामजद लोगों ने 2017 में भी उन पर हमला किया था। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। ये लोग उस मुकदमे में समझौता करने का दबाव बना रहे थे। इन्कार करने पर शुक्रवार रात एक बार फिर से हमला किया। दीपक का दिल्ली में इलाज चल रहा था। प्रभारी निरीक्षक धनन्जय सिंह ने बताया कि दीपक कुमार की मौत होने की सूचना मिली है। विवेचना के दौरान मुकदमे में धाराओं की वृद्धि की जाएगी।
शामली का रहने वाला है दीपक का परिवार : स्वजन का कहना है कि घटना रोहित व शिवा ने आंखों से देखी है। दीपक कुमार स्थायी रूप से जनपद शामली के रहने वाले हैं। उनके पिता यहां सरकारी नौकरी में थे। इसलिए यहीं बस गए थे। दीपक के शरीर में छह गोली एवं छर्रे लगे थे। डाक्टरों ने बताया कि गोलियां उसके शरीर में ही है।