Smart City Project : मुरादाबाद में 200 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा आइसीसीसी प्रोजेक्ट फाइनल, पूरे शहर की होगी न‍िगरानी

स्मार्ट सिटी के सबसे बड़े प्रोजेक्ट इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) का आखिर टेंडर हो गया है। छह महीने से इस टेंडर की राह में कई रोड़े थे। जिससे शासन की राज्य स्तर की तकनीकी समिति इसकी डीपीआर को वापस कर चुकी थी।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 02:55 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 02:55 PM (IST)
Smart City Project : मुरादाबाद में 200 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा आइसीसीसी प्रोजेक्ट फाइनल, पूरे शहर की होगी न‍िगरानी
मंगलवार को एलएंडटी को दिया गया आइसीसीसी का टेंडर।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। स्मार्ट सिटी के सबसे बड़े प्रोजेक्ट इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) का आखिर टेंडर हो गया है। छह महीने से इस टेंडर की राह में कई रोड़े थे। जिससे शासन की राज्य स्तर की तकनीकी समिति इसकी डीपीआर को वापस कर चुकी थी। लेकिन, अब सभी तकनीकी व व्यवहारिक दिक्कतें दूर होने के बाद टेंडर हो गया है। नामचीन कंपनी एलएंडटी कंपनी शहर में आइसीसीसी के तहत उपकरण लगाएगी। टेंडर होते ही कंपनी से निर्धारित समय में उपकरण खरीदकर शहर में लगाने को कार्य आदेश भी जारी कर द‍िए हैं। 

200 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में पूरे शहर पर निगरानी के लिए सिग्नल सिस्टम जुडेंगे। सर्विलांस सिस्टम लगने से चप्पे-चप्पे पर नजर रहेगी। शहर में करीब हर चौराहे पर सीसीटीवी कैमरे, स्काडा से शहर की एक साथ बिजली जलेगी, बुझेगी। चौराहों पर यातायात व्यवस्था बनाए रखने को स्मार्ट कैमरे लगेंगे। पूरी तरह शहर आधुनिक तकनीक से जुड़ जाएगा। शहर में उपकरण लगाने पर 200 करोड़ के अलावा आइसीसीसी का भवन भी पीलीकोठी पर तैयार हो रहा है। इसमें बड़ी स्क्रीन लगेंगी। पुलिस का कंट्रोल रूम भी बनेगा। जिससे सीसीटीवी के माध्यम से घटनाओं पर नजर रहेगी।

यह आ रही थी बाधा : छह महीने आइसीसीसी का टेंडर फाइनल करने में उपकरण खरीद को लेेकर आई थी। विदेशी कंपनियों के उपकरण का प्रजेंटेशन कंपनी दे रही थीं। जिसमें चीन के उपकरण शामिल थे। चीन से संबंध ठीक नहीं होने पर स्वदेशी कंपनियों के उपकरण खरीदने को लेकर प्लानिंग बदली गई। सारी बाधाएं दूर होने के बाद ही आइसीसीसी का टेंडर हुआ है।

एक साल काम पूरा होने की मियाद : आइसीसी शहर का सबसे बड़ा प्राेजेक्ट है। यह प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए एक साल की मियाद रखी है। 15 अगस्त के बाद आइसीसीसी का काम शुरू हो जाएगा। इसमें उपकरण खरीदने के बाद एक साल लगेगा। एलएंडटी कंपनी के साथ स्मार्ट सिटी बोर्ड की बैठक में करार पर भी विस्तृत चर्चा हो चुकी है। नियम व गुणवत्ता के आधार पर एलएंडटी को काम पूरा करना होगा।

आइ ट्रिपल सी का प्रोजेक्ट शहर के विकास के सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। मानकों को पूरा करने के बाद ही इस प्रोजेक्ट को फाइनल किया गया है। आने वाले दिनों स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अब रफ्तार पकड़ता दिखाई देगा। आन्जनेय कुमार सिंह, मंडलायुक्त

आइसीसीसी का टेंडर फाइनल हो गया है। एलएंडटी को इसका टेंडर दिया गया है। पहले जो बाधाएं थीं, दूर करने के बाद ही टेंडर फाइनल हुआ है। 15 अगस्त के बाद काम शुरू हो जाएगा।

टीएन मिश्रा, स्मार्ट सिटी प्रभारी

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