भाभी पर किए थे चाकू से 16 वार, देवर को भेजा गया जेल

कटघर थाना क्षेत्र में मगरिब की नमाज पढ़ने जा रही भाभी की देवर ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। रविवार को उसे जेल भ्भेज दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 05:28 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 05:28 AM (IST)
भाभी पर किए थे चाकू से 16 वार, देवर को भेजा गया जेल
भाभी पर किए थे चाकू से 16 वार, देवर को भेजा गया जेल

मुरादाबाद, जेएनएन: कटघर थाना क्षेत्र में मगरिब की नमाज पढ़ने जा रही भाभी की देवर ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने रविवार को आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह भाभी पर गलत निगाह रखता था। छह माह पहले उन्होंने भाई के साथ ही अन्य स्वजन से शिकायत कर दी थी। इसके बाद घर में बदनामी हुई थी। शनिवार को वह उनके कमरे में गया तो भाभी ने विरोध किया और शिकायत करने की धमकी दी। गुस्से में आकर उसने चाकू से गोदकर हत्या कर दी। रविवार को पोस्टमार्टम हुआ तो मृतका के सीने, हाथ, पैर और जांघ पर 16 घाव मिले हैं। शव स्वजन को सौंप दिया गया।

कटघर थाना क्षेत्र के मकबरा मुहल्ला निवासी परवेज शीशा व्यापारी हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार को शाम करीब छह बजे उनकी पत्नी तराना घर के कमरे में मगरिब की नमाज पढ़ने की तैयारी कर रही थीं। इसी दौरान उनका छोटा भाई इमरान चाकू लेकर कमरे में घुस गया और चाकू से गोदकर उनकी हत्या कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपित को इमरान को हिरासत में ले लिया था। कटघर थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह ने बताया कि रविवार को आरोपित के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया। स्वजन ने बताया कि हत्यारोपित मानसिक रूप से परेशान रहता था।

बेटियां पूछती रहीं.. कहां गई मां

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद: कटघर थाना क्षेत्र में मकबरा मुहल्ला निवासी तराना परवीन की दर्दनाक मौत से परिवार के साथ ही मुहल्ले के लोग भी सदमे में हैं। किसी को यह यकीन ही नहीं हो रहा कि देवर इमरान ने भाभी को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने रविवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद शव स्वजन को सौंप दिया। वहीं बीते 24 घंटे से मां तराना को घर में न देखकर बच्चे परेशान हैं। मृतका का बड़ा बेटा 14 वर्षीय फैज इस पूरे घटनाक्रम को जानता है, जबकि पांच साल की उसकी बहन आयशा, दस साल की फौजिया और 12 साल अर्शिया का रो-रोककर बुरा हाल है। बेटियां पूरे दिन दादी भूरी के पास बैठकर मां के बारे में पूछती रहीं। वहीं दादी आंखों में आंसू भरकर उन्हें समझाने का प्रयास करती रहीं। तराना पूरे परिवार का ख्याल रखती थीं। मृतका के भाई नदीम ने बताया कि उनकी बहन का स्वभाव बेहद मिलनसार था। वह किसी से झगड़ा नहीं करती थीं। इसके बाद भी उसके साथ जो हुआ, उसकी उम्मीद किसी को नहीं थी।

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