पीएम मोदी को भगवान का अवतार बताने पर शंकराचार्य ने ली चुटकी, कहा-फिर तो सोनिया-प्रियंका भी भगवती हैं
Nischalananda Saraswati in Moradabad मुरादाबाद में आयोजित धर्मसभा में लोग कई रोचक सवाल पूछ रहे हैं पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती इनके जवाब भी चुटीले अंदाज में दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि माता-पिता को भी मेधावी होना चाहिए।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। धर्मसभा के दौरान पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती से पूछे गए प्रश्नों पर उन्होंने कई बार चुटकी ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काे भगवान का अवतार बताने वाले एक सज्जन के सवाल पर उन्होंने चुटकी भी ली। वह बोले कि पीएम नरेंद्र मोदी अवतार के रूप में कब से आ गए। ऐसे तो प्रियंका वाड्रा और सोनिया गांधी भी भगवती हो गईं।
शंकराचार्य ने आज की पीढ़ी और पुरानी पीढ़ी की बुद्धिमता व तार्किकता का उदाहरण वृंदावन की एक छोटी बालिका से दिया। वह बोले कि बालिका की माता जज हैं, वह तीन विषय से एमए, दो विषय से पीएचडी भी हैं। बालिका ने अपनी नानी से कहा कि जब भगवान ने दो हाथ दिए हैं तो आप मुझे बाएं हाथ से न खाने के लिए क्यों टोकती हैं। नानी उसका उत्तर नहीं दे पाई तो वह बालिका को लेकर मेरे पास आईं। स्वामी ने कहा कि आजकल के बच्चे मोबाइल मार्का हैं। ऐसे बच्चों की तार्किक बात का जवाब देने के लिए माता-पिता को मेधावी होना चाहिए। सत्संगी, दर्शन, व्यवहार में साधना वाले माता-पिता होंगे तो बच्चों के प्रश्नों का समाधान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि एक माता-पिता का दायित्व ज्ञानार्जन करना जरूरी है। ब्राह्मण, वैश्य, क्षत्रिय व शूद्र को जातिगत बांटने के सवाल पर कहा कि कोरोना विशेषज्ञों से घोषणा करवा दीजिए की छुआछूत मत मानो।
सादगी भरा है शंकराचार्य का जीवन : पुरीपीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का जीवन सादगी भरा है। देर रात तक ग्रंथ लिखने के बाद भी वह सुबह पांच बजे उठ जाते हैं। कम से कम तीन बार या दो बार स्नान, सादा, भोजन, सादा रहन-सहन उनकी पहचान है।
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