शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने मोदी-योगी को किया सावधान, कहा-काशी और मथुरा पर दें ध्यान
Dharma Sabha in Moradabad धर्मसभा में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि अगर मैंने नरसिम्हा राव की सरकार में विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए होते तो राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ बगल में मस्जिद भी बन गई होती।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Dharma Sabha in Moradabad : रेलवे स्टेडियम में हुई धर्म सभा में श्रीपुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने एक घंटा 19 मिनट तक लोगों से सीधा संवाद किया। धर्म सभा को संबोधित करने की बजाय दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों को प्रश्न पूछने का अवसर दिया। करीब 50 लोगों ने अपनी अपनी जिज्ञासा उनके सामने रखी।
राम मंदिर कब तक बनकर तैयार होगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू हो चुका है तो निर्धारित समय सीमा में बनकर तैयार भी हो जाएगा। लेकिन, अगर मैंने तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव की सरकार में विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए होते तो राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ बगल में मस्जिद भी बन गई होती। उस विधेयक में मस्जिद व मंदिर दोनों को साथ बनाने की योजना थी। मैंने हस्ताक्षर नहीं किए, उसी का परिणाम है कि आज श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है और 25 किमी दूर मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन उपहार में दी गई है। अगर मैं हस्ताक्षर कर देता तो अयोध्या, काशी व मथुरा पाकिस्तान बन गए होते। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आगाह करते हुए कहा कि मोदी-योगी सावधान, अब मथुरा, काशी पर ध्यान दें।
गो हत्या पूरी तरह बंद करने का साहस नहीं : गो हत्या के प्रश्न पर जगद्गुरु शंकराचार्य निश्चलानंद स्वामी ने कहा कि कोई भी सरकार गो हत्या पूरी तरह बंद करने का साहस नहीं कर पा रही है, यह सरकार की कमजोरी प्रकट करती है। शंकराचार्य ने कहा कि भगवान निराकार और साकार दोनों रूप में विद्यमान है। हमारे धर्म में दोनों विधियों से भगवान की पूजा की जा सकती है।
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