दहेज का सामान कम बताने पर भड़क गई दुल्हन, निकाह से किया इन्कार, मनाने के लिए पहुंची पुलिस
दहेजलोभी होने वाले ससुरालियों को दुल्हन ने कड़ा सबक सिखाया। दहेज में मिलने वाले सामान को कम बताने पर शादी से ही इन्कार कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह दुल्हन को मनाया।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। सम्भल के असमोली थाना क्षेत्र में बरातियों ने दहेज में मिलने वाले सामान को कम बताया तो दुल्हन ने दहेज लोभी युवक से निकाह करने से ही इन्कार कर दिया। इससे मौके पर हंगामा हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह दुल्हन को मनाकर निकाह के लिए तैयार किया।
नगर के सरायतरीन से एक युवक की बारात असमोली थाना क्षेत्र के गांव मनौटा में गई थी। बरातियों ने खाना खाया और उसके बाद जब दहेज में मिलने वाले सामान को देखा तो वह भड़क गए और सामान कम बताने लगे। यह जानकारी दुल्हन तक पहुंची तो उसने निकाह करने से ही इन्कार कर दिया। इस बात को लेकर हंगामा हो गया। दुल्हन को मनाने का प्रयास शुरू कर दिया, लेकिन वह किसी की बात सुनने के लिए तैयार नहीं थी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह दुल्हन को मनाकर निकाह के लिए तैयार किया।
उधार के सामान से की बेटी की शादी, फिर हो गया लापता : अमरोहा के जोया में किराए के मकान में रहने वाले व्यक्ति ने दुकानदारों से सामान उधार लिया तथा बेटी की शादी कर दी। उसके बाद बगैर पैसे दिए परिवार समेत लापता हो गया। अब दुकानदारों ने पुलिस को तहरीर देकर आरोपित का पता लगाने तथा उनके पैसे दिलाने की मांग की है। यह मामला डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव चौधरपुर का है। हाईवे पर स्थित इस गांव में बीते 15 साल से एक परिवार किराए के मकान में रहता था। यह परिवार खुद को मूल रूप से ठाकुरद्वारा का निवासी बताता था। चूंकि परिवार को गांव में रहते हुए काफी समय हो गया था तो मजदूरी करने वाले गृहस्वामी पर लोगों का भरोसा भी था। बीते माह 26 जुलाई को व्यक्ति ने अपनी बेटी की शादी की थी। जिसके लिए गांव के दुकानदारों से सामान उधार ले लिया था। दुकानदार बशीर अहमद से 5250 रुपये, अली अहमद से 9700 रुपये तथा महबूब अली से 7300 रुपये तथा अन्य कई दुकानदारों से भी लगभग एक लाख रुपये का सामान उधार ले लिया था। अब दो दिन पहले वह व्यक्ति रात में मकान खाली कर परिवार समेत लापता हो गया। पहले तो लोगों ने सोचा कि कहीं रिश्तेदारी में गया होगा। परंतु बाद में मकान का ताला खोलकर देखा तो वह खाली था। उसके बाद सभी दुकानदार जिवाई चौकी पहुंचे तथा तहरीर देकर आरोपित का पता लगाकर पैसे वापस दिलाने की मांग की है।