Republic Day 2021 : गणतंत्र द‍िवस पर 16 साल के बाद जेल से बाहर आया मुरादाबाद का छत्रपाल, हत्‍या में हुई थी सजा

शासन ने गणतंत्र दिवस पर केवल एक बंदी को छोड़ने के आदेश जारी क‍िए गए। 20 वर्ष की सजा पाए बंदी को चार साल पहले ही कारागार से छोड़ने का निर्णय ल‍िया गया। 16 साल जेल में गुजारने के बाद बंदी काफी उम्रदराज हो चुका है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 03:40 PM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 03:40 PM (IST)
Republic Day 2021 : गणतंत्र द‍िवस पर 16 साल के बाद जेल से बाहर आया मुरादाबाद का छत्रपाल, हत्‍या में हुई थी सजा
गणतंत्र दिवस समारोह के बाद बंदी को छोड़ने की कार्रवाई की गई।

मुरादाबाद, जेएनएन। गणतंत्र दिवस के अवसर पर शासन ने जिला कारागार से एक बंदी को छोड़ने का निर्णय लिया। इस बार सबसे ज्यादा सजा पाए गए बंदी को छोड़ने के मामले में हरी झंडी मिली है। अभी तक छोटे मामलों में पकड़े गए बंदी को मुचलका भरकर छोड़ दिया जाता था। लेकिन इस बार गणतंत्र दिवस पर एक बंदी को सजा के चार साल शेष रहते ही छोड़ने के आदेश जारी क‍िए गए हैं। मंगलवार को वरिष्ठ जेल अधीक्षक और अन्य अफसरों की मौजूदगी में गणतंत्र दिवस समारोह के बाद बंदी को छोड़ने की कार्रवाई की गई।

बिलारी थाना क्षेत्र के गोविंदपुर कला गांव निवासी छत्रपाल को हत्या के मामले में 14 अगस्त 1991 को अपर जिला न्यायालय से सजा सुनाई गई थी। सजा होने के बाद इस मामले की अपील उच्च न्यायालय में भी की गई थी, लेकिन साल 2008 में हाईकोर्ट ने भी सजा को बरकरार रखा। वरिष्ठ जेल अधीक्षक उमेश सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में बंदी बहुत ज्यादा उम्रदराज है। इसके साथ ही उसका जेल में आचरण भी बेहतर रहा है। इसके अलावा उस पर कोई दूसरा मामला भी विचाराधीन नहीं है। इसी को देखते हुए शासन को सिफारिश भेजी गई थी। जिसके बाद शासन ने गणतंत्र दिवस पर बंदी को रिहा करने का आदेश जारी कर दिया।  

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