प्राकृतिक चिकित्सा से दूर करें डायबिटीज, जानिए प्रतिदिन क्या करना होगा
डायबिटीज रोग असंतुलित खानपान मानसिक तनाव मोटापा और खराब लाइफ स्टाइल की वजह से होता है। देश में इसके मरीज तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। युवा भी जंकफूड खाने की वजह से इसकी चपेट में आ रहे हैं।
जेएनएन, मुरादाबाद। डायबिटीज रोग असंतुलित खानपान, मानसिक तनाव, मोटापा और खराब लाइफ स्टाइल की वजह से होता है। देश में इसके मरीज तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। युवा भी जंकफूड खाने की वजह से इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसके लक्षण हैं कि अनिद्रा, तनाव, मोटापा, आलस, खुजली आदि हैं। प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. महजबीं परवीन बताती हैं कि प्राकृतिक चिकित्सा से मधुमेह का उपचार किया जा सकता है। इसमें पेट पर मिट्टी की पट्टी, गर्म ठंडी सेक दो मिनट के लिए, पेट पोछ, मालिश, गम्र ठंडा कटि स्नान, भाप स्नान आदि से ठीक ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा मंडूकासन, भुजंगासन, ताड़ासन, धनुरासन नियमित करने से डायबिटीज को दूर किया जा सकता है। इस बात का पूरा ख्याल रखना है कि ठीक से आसन किया जाए। आसन प्रशिक्षित योग प्रशिक्षक से समझें। उसके बाद अपने घर पर नियमित रूप से करें। प्राकृतिक चिकित्सा भी चिकित्सक के माध्यम से लें। प्रतिदिन तेज कदमों से पैदल चलने की भी आदत डालें। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होगा। डायबिटीज के मरीजों को आलू, मैदा से बने उत्पाद, चावल, गाजर, चुकंदर आदि का प्रयोग भी नाम मात्र का ही करना है।
भोजन से भी नियंत्रित करें रोग
किसी भी बीमारी को भोजन के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है। डायबिटीज रोग की भी भोजन के माध्यम से रोकथाम की जा सकती है। प्रतिदिन नाश्ते में 250 ग्राम सीजनल फल खाएं, जैसे अमरूद, सेब, पपीता, जामुन, स्ट्राबेरी खाएं। दोपहर में रोटी, सब्जी, दलिया, सलाद का इस्तेमाल भी लगातार करें।