धान बेचने वाले किसानों का पंजीयन अब घर पर ही होगा, डाकिया किसानों के घर जाकर करेंगे पंजीयन

अब किसानों को धान बेचने के लिए पंजीयन कराने को जनसुविधा केंद्रों पर जाने की जरूरत नहीं होगी। डाकिया खेतों पर जाकर किसानों का आनलाइन पंजीयन करेगा।इसके बाद किसान को निर्धारित तारीख पर धान बेचने के लिए खरीद केंद्र पर जाना पड़ेगा।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 11:23 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 11:23 AM (IST)
धान बेचने वाले किसानों का पंजीयन अब घर पर ही होगा, डाकिया किसानों के घर जाकर करेंगे पंजीयन
डाकिया आधार कार्ड में खामी होने पर करेंगे सुधार, तौल के 24 घंटे के बाद खाते में पहुंचेेगी रकम।

मुरादाबाद, (प्रदीप चौरसिया)। अब किसानों को धान बेचने के लिए पंजीयन कराने को जनसुविधा केंद्रों पर जाने की जरूरत नहीं होगी। डाकिया खेतों पर जाकर किसानों का आनलाइन पंजीयन करेगा।इसके बाद किसान को निर्धारित तारीख पर धान बेचने के लिए खरीद केंद्र पर जाना पड़ेगा।किसानों को समर्थन मूल्य पर धान या गेहूं बेचने के लिए आनलाइन पंजीयन कराना पड़ता है। आनलाइन पंजीयन के लिए आधार कार्ड के साथ खेती वाली जमीन की एसडीएम द्वारा सत्यापित खाता खतौनी, बैंक या डाकघर के खाते की संख्या देनी होती है।

किसानों को खाता खतौनी सत्यापित करने के लिए भी आनलाइन आवेदन करना पड़ता है। देश के अधिकांश स्थानों पर पहली अक्टूबर से धान खरीद केंद्र खुल जाएगा, किसान पंजीयन करने के बाद यहां धान की बिक्री कर सकते हैं। इस बार धान खरीद के नियम संशोधित किए गए हैं। जिस किसान के आधार कार्ड पर मोबाइल नंबर गलत अंकित होगा, वह किसान खरीद केंद्रों पर धान की बिक्री नहीं कर पाएगा, इसके लिए किसानों को आधार कार्ड पर मोबाइल नंबर संशोधित करना आवश्यक होगा। सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए डाक विभाग को विशेष जिम्मेदारी सौंपी है।

डाकिया खेतों या घरों पर जाकर किसानों का धान बेचने का पंजीयन करने, आधार कार्ड में मोबाइल नंबर का सुधार करने, खाता-खतौनी के सत्यापान के लिए आनलाइन आवेदन करने का काम करेंगे। डाकिया को पहले से हैंडहोल्ड मशीन दी गई है। डाकिया किसानों के आधार कार्ड की जांच करेगा, मोबाइल नंबर गलत होने पर हैंड होल्ड मशीन के द्वारा सुधार करेगा, इसी मशीन के द्वारा किसानों का पंजीयन कराने का काम करेगा।

किसान चाहे तो पंजीयन कराने के समय धान बेचने के लिए समय भी निर्धारित करा सकता है। इससे किसानों को खरीद केंद्रों पर धान बेचने के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। धान की तौल हो जाने के 24 घंटे बाद किसानों के खाते में धान की कीमत पहुंच जाएगी। प्रवर डाक अधीक्षक वीर सिंह ने बताया कि डाक मुख्यालय से आदेश आने के बाद डाकिया को किसानों का पंजीयन करने व आधार कार्ड में सुधार करने के बारे में जानकारी दी गई है। अभी से ही किसानों को इसकी जानकारी भी देने का आदेश दिया है।

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