Rampur Yard Remodeling : ट्रेनें निरस्त होने और बदले मार्ग से चलने के कारण यात्री रहे परेशान
Rampur Yard Remodeling रामपुर में अभी तक मैनुअल सिस्टम से ही ट्रेनों का संचालन किया जाता है। मैनुअल सिस्टम से ट्रेन चलाने के लिए तीन कर्मचारी को कार्य करना पड़ता है और ट्रेन संचालन में अधिक समय भी लगता है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Rampur Yard Remodeling : रामपुर यार्ड रीमाडलिंग के कारण ट्रेनें निरस्त होने या देरी से आने की वजह से यात्री परेशान रहे। राजधानी, अवध असम एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें दोपहर के बजाय शाम को मुरादाबाद पहुंचीं। जानकारी के अभाव में निरस्त ट्रेनों के यात्री भी स्टेशन पहुंच गए।
लखनऊ से सहारनपुर तक अधिकांश स्टेशनों पर ट्रेन संचालन के लिए आधुनिक सिस्टम लगा हुआ है। रामपुर में अभी तक मैनुअल सिस्टम से ही ट्रेनों का संचालन किया जाता है। मैनुअल सिस्टम से ट्रेन चलाने के लिए तीन कर्मचारी को कार्य करना पड़ता है और ट्रेन संचालन में अधिक समय भी लगता है। आधुनिक सिस्टम में एक कर्मचारी कम समय में ट्रेन का संचालन कर सकता है। रेलवे प्रशासन ने बुधवार से रामपुर स्टेशन का मैनुअल सिस्टम हटाने के लिए यार्ड का रीमाडलिंग शुरू कर दिया है। केबिन व्यवस्था खत्म कर दी है। यहां से गुजरने वाली ट्रेनों को धीमी गति से चलाया जा रहा है। मंडल रेल प्रशासन ने रीमाडिंग का काम प्रभावित नहीं हो, इसलिए बुधवार से शुक्रवार तक 12 ट्रेनों को निरस्त कर दिया है। 16 ट्रेनों को बदले मार्ग से चलाया जा रहा है। बदले मार्ग से की अधिकांश ट्रेनें मुरादाबाद नहीं आएंगी। रामपुर होकर आने वाली ट्रेनें या जाने वाली ट्रेनें धीमी गति से चल रही है। जिससे ट्रेनें देरी से पहुंच रहीं हैं। राजधानी एक्सप्रेस व अवध असम एक्सप्रेस दोपहर के बजाय शाम चार बजे मुरादाबाद पहुंची। श्रमजीवी एक्सप्रेस से दो घंटे देरी से आयी। जिससे यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा। कुछ यात्री ऐसे थे, जिससे ट्रेन निरस्त होने की जानकारी नहीं थी, इससे वह ट्रेन पकड़ने पहुंच गए।
रामपुर यार्ड रीमाडलिंग के कारण ट्रेन निरस्त कर दिया है, इसकी जानकारी नहीं थी, वाराणसी जाने वाली ट्रेन में आरक्षण टिकट लेकर रखा था, इसलिए ट्रेन पकड़ने स्टेशन आ गए हैं। अब दूसरे ट्रेन से जाने का प्रयास कर रहे हैं। रामजी गोस्वामी
अवध असम एक्सप्रेस से गोरखपुर जाना था, ट्रेन पकड़ने के लिए दोपहर ही स्टेशन पहुंच गए थे, ट्रेन देरी होने की सही जानकारी नहीं मिल पा रहा था। चार घंटे के बाद ट्रेन मुरादाबाद पहुंची है।
प्रेम प्रकाश