रामपुर सांसद आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी को अब नियंत्रण में लेगी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार
Rampur Jauhar University रामपुर सांसद आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी को योगी सरकार अपने नियंत्रण में लेने की तैयारी में है। इसके लिए प्रशासन ने शासन को रिपोर्ट भेज दी है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद यूनिवर्सिटी की सारी जमीन भी सरकार ने अपने कब्जे ले ली है।
मुरादाबाद, (मुस्लेमीन)। Rampur Jauhar University : रामपुर : सांसद आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी को योगी सरकार अपने नियंत्रण में लेने की तैयारी में है। इसके लिए प्रशासन ने शासन को रिपोर्ट भेज दी है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद यूनिवर्सिटी की सारी जमीन भी सरकार ने अपने कब्जे ले ली है। मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी आजम खां का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। 18 सितंबर 2006 को इसका शिलान्यास हुआ था। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव 52 मंत्रियों के साथ रामपुर आए थे। इसके बाद 18 सितंबर 2012 में इसका उदघाटन हुआ, जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पूरी सरकार के साथ आए थे।
यूनिवर्सिटी की जमीनों को लेकर शुरू से ही विवाद रहा है। आसपास के किसान जमीनें कब्जाने का आरोप लगाते रहे हैं। जुलाई 2019 में 26 किसानों ने मुकदमे भी दर्ज कराए थे। तब प्रशासन ने आजम खां को भू-माफिया भी घोषित कर दिया था। प्रशासन ने किसानों को जमीन पर कब्जा भी दिला दिया। चकरोड की जमीनों पर भी कब्जा करने का आरोप लगा। प्रशासन ने यूनिवर्सिटी की दीवारें तुड़वाकर चकरोड भी खुलवा दिया था। यूनिवर्सिटी के पास मात्र 12.50 एकड़ जमीन बची है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में बनी यूनिवर्सिटी के पास 50 एकड़ जमीन होना चाहिए।
जो जमीन बची है, वह भी परिसर से बाहर है। इस, तरह यूनिवर्सिटी की हजारों करोड़ से बनी इमारतें भी सरकार की जमीन पर खड़ी हैं। प्रशासन ने गुरुवार को दो दखलनामे तैयार किए। पहले में कब्जा लिया तो दूसरे में जौहर ट्रस्ट को बेदखल किया। इसके बाद प्रशासन ने शासन को भी रिपोर्ट भेज दी। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि प्रशासन ने पहले भी शासन को रिपोर्ट भेजी थी। अब फिर उसी प्रस्ताव को हाईकोर्ट के आदेश के बाद जमीन पर कब्जा प्राप्त करने की जानकारी के साथ भेजा गया है। प्रशासनिक कार्रवाई पूरी हो गई है। अब शासन स्तर से कार्रवाई होनी है। इसलिए उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को रिपोर्ट भेजी है।
पहले भी डीएम ने भी थी रिपोर्टः मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह पहले रामपुर के जिलाधिकारी थे, उन्होंने यूनिवर्सिटी को नियंत्रण में लेने के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी थी। जिला शासकीय अधिवक्ता अजय तिवारी ने बताया कि यूनिवर्सिटी परिसर में जौहर ट्रस्ट की कोई जमीन नहीं बची है। सारी जमीन सरकार की हो गई है। ऐसे में यूनिवर्सिटी पर सरकार का नियंत्रण होना चाहिए। भाजपा नेता आकाश सक्सेना का कहना है कि जो प्राइवेट यूनिवर्सिटी अनियमितताएं बरतती हैं, सरकार उनके खिलाफ एक्शन ले सकती हैं। ऐसा कानून भी बन चुका है। जौहर यूनिवर्सिटी में तो तमाम अनियमितताएं बरती गई हैं। इसलिए सरकार को जौहर यूनिवर्सिटी को टेक ओवर कर लेना चाहिए। यहां प्रशासक नियुक्त कर देना चाहिए।
डेढ़ साल से जेल में बंद हैं आजमः सांसद आजम खां पर 87 मुकदमे हैं। वह डेढ़ साल पहले बेटे अब्दुल्ला आजम के कोर्ट में हाजिर होने के बाद जेल गए थे। लेकिन अभी तक छूट नहीं पाए हैं। उनकी पत्नी भी साथ में जेल गई थीं, जो 10 माह बाज जमानत पर छूट गई थीं। जौहर यूनिवर्सिटी में कोरोना से पहले करीब तीन छात्र पढ़ते थे। रामपुर के ही नहीं, बल्कि दूसरे प्रदेशों के छात्र भी यहां छात्रावास में रहते थे। अब भी प्रवेश जारी हैं।