Indian Railways : क‍िसानों के माल को र‍ियायती दर पर बाहर भेजेगा रेलवे, टीम कर रही सर्वे

Goods of farmers in goods train किसानों से वार्ता कर रियायती दरों पर सब्जी फल चावल आदि को रेल मार्ग से भेजा जाएगा। फल व सब्जी खराब नहीं हो इसके ल‍िए कम से कम समय में उन्‍हें गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Mon, 14 Dec 2020 05:20 PM (IST) Updated:Mon, 14 Dec 2020 05:20 PM (IST)
Indian Railways : क‍िसानों के माल को र‍ियायती दर पर बाहर भेजेगा रेलवे, टीम कर रही सर्वे
रेलवे किसानों को पर हुआ मेहरबान, रियायती दर पर करेगा ढुलाई।

मुरादबाद (प्रदीप चौरसिया)।  freight of farmers Products। रेलवे इन दिनों सब्जी, फल, चावल का उत्पादन करने वाले किसानों पर मेहरबान है। इन किसानों के उत्पादों को रियायती दरों पर ट्रेन और मालगाड़ी से देश के विभिन्न हिस्सों में भेजने की रणनीति तैयार की गई है। रेल प्रशासन मंडल भर के छोटे-छोटे किसानों का भी सर्वे करा रहा है। इसके बाद मंडल के बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट की टीम किसानों से संपर्क करेगी और रेल मार्ग से रियायती किराए के साथ माल भेजने का अनुरोध करेगी।

रेल प्रशासन लगातार व्यापारियों, फैक्ट्री मालिकों से संपर्क कर रहा है। सड़क मार्ग के बजाय रेल मार्ग से माल की ढुलाई कराने का प्रयास क‍िया जा रहा है। इसमें रेल प्रशासन को सफलता भी मिली है। नवंबर माह में रेल प्रशासन ने पिछले साल से माल ढुलाई में छह फीसद अधिक की आय अर्जित की है। अभी तक मंडल के किसान किसी प्रकार की सामग्री रेल मार्ग से बाहर नहीं भेज रहे हैं। किसान आंदोलन को देखते हुए रेलवे किसानों को रिझाने में जुट गया है।मंडल की बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट की टीम मुरादाबाद रेल मंडल के किसानों का सर्वे करा रही है। उत्तराखंड के क्षेत्रों में दून चावल पैदा होता है, इसकी देश भर में मांग रहती है। रेलवे की टीम किसानों को सीधे बाजार में चावल भेजने के बारे में बताएगी। जिससे किसानों को अधिक लाभ होगा। इसी तरह के उत्तराखंड में फल काफी होता है। रेलवे की टीम फल उत्पादन करने वाले किसानों से बात करेगी। छोटे-छोटे किसानों का समूह बनाकर रेल मार्ग से फल देश के विभिन्न स्थानों पर भेजने का अनुरोध क‍िया जाएगा। आलू आदि भेजने के ल‍िए भी किसानों से संपर्क किया जाएगा। 

प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक (फ्रेंट) मोनू लूथरा ने बताया कि किसानों का सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे के बाद किसानों से वार्ता की जाएगी और किसानों की राय पर रियायती दरों पर फल, सब्जी आदि भेजी जाएगी। किसान चाहे तो कम दूरी के लिए भी अपने उत्पाद को रेल मार्ग से भेज सकते हैं। 

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