टिकट बेचकर निरस्त ट्रेनों का किराया लौटाएगा रेलवे,यात्रियों की पचास करोड़ रुपये है देनदारी Moradabad News
सोमवार से वापस होगा मैनुअल आरक्षण टिकट का किराया। लॉकडाउन में निरस्त ट्रेनों के आरक्षण टिकट वापस करने के लिए रेलवे का खजाना पूरी तरह से खाली है।
मुरादाबाद(प्रदीप चौरसिया)। लॉकडाउन में निरस्त ट्रेनों के आरक्षण टिकट वापस करने के लिए रेलवे का खजाना खाली है। अकेले मुरादाबाद मंडल प्रबंधन को इसके लिए पचास करोड़ रुपये की जरूरत है, जबकि पच्चीस मई से किराया वापसी का एलान हो चुका है।
रेलवे में चार माह पहले से एडवांस टिकट बुक कराने की सुविधा है। ऐेसे में लोगों ने एडवांस टिकट खरीद लिए थे। 22 मार्च तक यात्रियों ने 20 जुलाई तक की एडवांस बुकिंग करा ली थी। अधिकांश लोगों ने गर्मी की छुट्टïी में घर जाने, पर्यटन स्थलों पर घूमने और वापसी के लिए आरक्षण कराया था। इन सारे टिकटों की वापसी होगी। आगे की यात्रा करने वालों को नए सिरे से आरक्षण कराना होगा। रेल प्रबंधन को पचास करोड़ रुपये टिकट के मद में आए। अब लॉकडाउन की अवधि में टे्रन नहीं चली तो टिकटों को वापस कराया जाएगा।
मुरादाबाद रेल मंडल से प्रत्येक दिन 284 अप व डाउन ट्रेनें चलती हैं। जबकि 121 पैसेंजर हैं। इनमें से 256 ट्रेनों में आरक्षण कराने की सुविधा है। 24 मार्च की रात से देश में ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया था। रेल प्रशासन 30 जून तक मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी जैसी पैसेंजर ट्रेनें निरस्त की हैं।
भारतीय रेलवे ने मैनुअल टिकट खरीदने वालों को 30 जून तक बिना किसी कटौती के किराया वापस की सुविधा दी है। देश भर में छह हजार करोड़ रुपये और मुरादाबाद रेल मंडल में 50 करोड़ रुपये वापस किए जाने हैं। सूत्रों का कहना है कि मंडल प्रबंधन ने टिकट का पैसा खर्च कर दिया है और काउंटर से रुपये वापसी में कैश का संकट है।
टिकट 25 मई के बाद से होंगे वापस
प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा ने बताया कि लॉकडाउन के कारण निरस्त ट्रेनों के यात्रियों को 25 मई से किराया वापस किया जाएगा। पहली जून से चलने वाली ट्रेनों के बिके टिकट के पैसे से यात्रियों का किराया वापस किया जाएगा। फिलहाल टिकट वापसी के लिए कोई अलग से काउंटर नहीं बनाया गया है। इस बारे में आगे की स्थिति देखकर तय किया जाएगा।