Railway Employee Promotion: रेलवे में केबिन व शंट मास्टर को जल्द मिलेगा प्रमोशन, बनेंगे रेलवे गार्ड

Railway Employee get Promotion रेल प्रबंधन सहायक चालक से गार्ड की ड्यूटी कराने के बजाय केबिन मास्टर और शंट मास्टर से कराने की तैयारी में है। इसके लिए रेल प्रबंधन केबिन मास्टर और शंट मास्टर को पदोन्नत करके गार्ड बनाने जा रहा है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 04:14 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 07:28 AM (IST)
Railway Employee Promotion: रेलवे में केबिन व शंट मास्टर को जल्द मिलेगा प्रमोशन, बनेंगे रेलवे गार्ड
उत्तर रेलवे में गार्ड के 16 सौ पद रिक्त, जूनियर कर्मचारियों को मिलेगा पदोन्नत का लाभ

मुरादाबाद, (प्रदीप चौरसिया)। Railway Employee get Promotion : रेल प्रबंधन सहायक चालक से गार्ड की ड्यूटी कराने के बजाय केबिन मास्टर और शंट मास्टर से कराने की तैयारी में है। इसके लिए रेल प्रबंधन केबिन मास्टर और शंट मास्टर को पदोन्नत करके गार्ड बनाने जा रहा है। इससे उत्तर रेलवे में 16 सौ जूनियर कर्मचारियों को वरिष्ठ कर्मचारी के पद पदोन्नत होने का लाभ मिलेगा। साथ ही रेल प्रशासन अधिक से अधिक मालगाड़ी द्वारा माल ढुलाई कर आय बढ़ा पाएंगा।

कोरोना संक्रमण के बाद ट्रेन बंद होने से रेल प्रशासन आय बढ़ाने के लिए माल ढुलाई करने पर जोर दिया है। जिसके चलते क्षमता से सौ फीसद तक अधिक मालगाड़ी का संचालन कर रहा है। मालगाड़ी चलाने के लिए चालक की भर्ती तो की है, लेकिन गार्ड की भर्ती नहीं की है। पिछले दिनों मुख्यालय ने सहायक चालक से गार्ड की ड्यूटी कराने का आदेश दिया था। रेल कर्मचारियों ने आदेश को नियम के विरुद्ध बताकर गार्ड की ड्यूटी करने से इन्कार कर दिया और देश भर में आंदोलन शुरू कर दिया। ट्रेड यूनियन के केंद्रीय पदाधिकारियों ने रेलवे बोर्ड चेयरमैन और जोन के महाप्रबंधक से मिलकर विरोध दर्ज कराया था। रेलवे बोर्ड के आदेश के बाद उत्तर रेलवे महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने मुख्य कार्मिक प्रबंधक (सीपीओ) परमिला हींग रानी भर्गव को ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों से वार्ता कर बीच का रास्ता खोजने का आदेश दिया था।

सीपीओ ने 10 सितंबर को नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन (नरमू) के पदाधिकारियों के साथ वार्ता की। जिसमें कहा गया कि स्टेशनों से सुरिक्षत व तेज गति से ट्रेन चलाने के लिए मैनुअल सिस्टम को हटाकर आधुनिक सिस्टम का उपकरण लगा रहा है। इसके बाद केबिन सिस्टम खत्म हो गया है। उत्तर रेलवे में 14 सौ केबिन मास्टर बेकार बैठे हुए हैं। इस तरह से दो सौ से अधिक शंट मास्टर (यार्ड में इंजन को आगे पीछे करने वाला) को लम्बे समय पदोन्नत नहीं किया हैं। उत्तर रेलवे में 16 सौ गार्ड का पद रिक्त है। प्रतिनिधि को आश्वासन दिया है कि केबिन मास्टर व शंट मास्टर को गार्ड के पद पर पदोन्नत कर दिया जाएगा और ट्रेनिंग देकर मालगाड़ी का संचालन कराया जाएगा। नरमू के केंद्रीय सहायक महामंत्री एमपी चौबे ने बताया कि सीपीओ के साथ वार्ता के बाद केबिन मास्टर व शंट मास्टर पदोन्नत कर गार्ड बनाया जाएगा। जिनसे मालगाड़ी का संचालन कराया जाएगा। अब सहायक चालक से मालगाड़ी नहीं चलवाया जाएगा।

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