Purchase of wheat in Moradabad : सरकारी क्रय केंद्रों पर कोरोना संक्रमण और चुनाव का असर, खरीद में नहीं आ रही तेजी
एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हुई थी। अब तक सभी क्रय केंद्रों पर 543 किसान गेहूं बेचने के लिए पहुंचे हैं। इनमें से 196 लोगों के गेहूं का भुगतान किया गया है। 347 गेहूं के मूल्य का भुगतान होने के इंतजार में हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। सरकारी गेहूंं क्रय केंद्रों पर भी कोरोना का साया है। बहुत कम संख्या में किसान गेहूं बेचने के लिए क्रय केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने मंडी समिति स्थित गेहूं क्रय केंद्र का निरीक्षण करके व्यवस्थाएं देखीं।
उन्होंने कहा कि कोरोना की गाइड लाइन का पालन करते हुए गेहूं की खरीद हो रही है। क्रय केंद्रों पर किसानों के लिए बैठने और पानी की व्यवस्था की गई है। टोकन क्रय केंद्रों पर भी मिलेगा। किसान ऑनलाइन टोकन लेकर आएं तो सबसे अच्छा होगा। जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीद के लिए 73 क्रय केंद्र खोले गए हैं। इन केंद्रों पर खरीद से तमाम इंतजाम हैं। वारदाना और श्रमिकों भी की कोई कमी नहीं है। लेकिन, कोरोना और पंचायत चुनाव होने की वजह से किसान बहुत कम संख्या में क्रय केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हुई थी। अब तक सभी क्रय केंद्रों पर 543 किसान गेहूं बेचने के लिए पहुंचे हैं। इनमें से 196 लोगों के गेहूं का भुगतान किया गया है। 347 लोग गेहूं के मूल्य का भुगतान होने के इंतजार में हैं। जिला खाद्य विपणन अधिकारी संजीव राय ने बताया कि उन्होंने कृषि उत्पादन मंडी समिति स्थित क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। इसके अलावा वह मूंढापांडे के गेहूं क्रय केंद्र पर भी गए। सभी केंद्रों पर व्यवस्थाएं ठीक हैं लेकिन, किसान कम संख्या में ही पहुंच रहे हैं। पंचायत चुनाव के बाद ही गेहूं खरीद में तेेजी आएगी। एक अप्रैल से जिले में गेहूं की खरीद शुरू हुई थी।
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