बरसात से मुरादाबाद में उद्यान विभाग का नौ लाख रुपये का आलू बीज खराब, टीम कर रही नुकसान का आकलन

Potato seeds spoiled by rain दो दिन बरसात होने से उद्यान विभाग के राजकीय बहुुउद्देशीय औद्यानिक प्रक्षेत्र (कृषि फार्म) बिलारी की 4.22 हेक्टेयर जमीन में बोई आलू की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। सूचना पर लखनऊ से अधिकारियों की टीम नुकसान का आकलन करने के लिए पहुंची है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 05:03 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 05:03 PM (IST)
बरसात से मुरादाबाद में उद्यान विभाग का नौ लाख रुपये का आलू बीज खराब, टीम कर रही नुकसान का आकलन
बरसात होने से आलू की बुवाई में देरी हो चुकी है।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Potato seeds spoiled by rain : दो दिन बरसात होने से उद्यान विभाग के राजकीय बहुुउद्देशीय औद्यानिक प्रक्षेत्र (कृषि फार्म) बिलारी की 4.22 हेक्टेयर जमीन में बोई आलू की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। सूचना पर लखनऊ से अधिकारियों की टीम नुकसान का आकलन करने के लिए पहुंची है। टीम में शामिल अधिकारियों ने कृषि फार्म पर जाकर आलू की खोदाई कराकर देखा। अब टीम की रिपोर्ट की आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी।

उद्यान विभाग का बिलारी में कृषि फार्म है। यहां 14 हेक्टेयर भूमि में हर साल बीज के लिए आलू की फसल तैयार होती है। कृषि फार्म की 4.22 हेक्टेयर भूमि में कुफरी गरिमा ब्रीडर आलू के बीज की बुवाई कर दी थी। इस बीच 17 और 19 अक्टूबर को मूसलाधार बरसात हुई। इससे खेत में पानी भर गया। जिला उद्यान अधिकारी की सूचना पर उद्यान विभाग के डायरेक्टर आरके तोमर ने इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बना दी। टीम में ज्वाइन डायरेक्टर बीपी राम, उप निदेशक उद्यान श्याम कुमार गुप्ता और सहायक लेखाधिकारी निदेशालय लखनऊ मोतीलाल को शामिल किया गया। शासन के अधिकारियों की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। संयुक्त रूप से कृषि फार्म का भ्रमण कर क्षति के आंकलन के लिए गूलों में बोए गए आलू को खोदवाकर देखा गया। समिति अपनी रिपोर्ट निदेशक उद्यान को प्रस्तुत करेगी। उधर, जिला उद्यान अधिकारी गया प्रसाद ने बताया कि आलू के बीज के संबंध में उन्होंने उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के निदेशक को पत्र लिखकर कुफरी गरिमा ब्रीडर आधारित प्रथम का बीज आवंटित करते हुए बुवाई की फिर से अनुमति देने की मांग की है। साथ ही किसानों के लिए आवंटित 50 क्विंटल बीज को कृषि फार्म में बोने के लिए अनुमति मांगी है। लेकिन, अभी तक निदेशालय से कोई जवाब नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि कृषि फार्म की जमीन को अब फिर से आलू की बुवाई के लिए तैयार कराना है। इसके लिए अभी तक कोई धनराशि नहीं मिली है। बरसात होने से आलू की बुवाई में देरी हो चुकी है।

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