ईवेस्ट प्रोसेसिंग की दो इकाइयों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जड़ा ताला Moradabad New
इसके बावजूद अवैध कारोबार के काले कारोबारियों का गठजोड़ तोडऩे में पुलिस व प्रशासनिक अमला पूरी तरह विफल है।
मुरादाबाद। ई-कचरे का निस्तारण करने वाली दो अवैध इकाइयों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पुलिस के साथ छापा मारा। मौके पर भारी मात्रा में ई-कचरा मिला। दोनों अवैध इकाइयों को सील करते हुए उस पर ताला जड़ दिया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई से ई कचरे के काले कारोबारियों में हड़कंप मचा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रयोगशाला सहायक आकाश जोशी व वैज्ञानिक सलाहकार अनिल कुमार के मुताबिक भोजपुर कस्बा स्थित मुहल्ला झादेवाला नई बस्ती में ई-वेस्ट प्रोसेसिंग इकाई का सर्वेक्षण किया गया। क्षेत्र में अवैध रूप से चल रही दो इकाइयां पकड़ी गईं। इकराम अली पुत्र हसन अली के आवास में ई-वेस्ट प्रोसेसिंग इकाई मिली। मौके पर 2500 किलोग्राम वजन का प्लास्टिक का कट्टा मिला। 300 किलोग्राम भंडारित ई वेस्ट मिला। जिस कमरे में ई-वेस्ट मिला, उसे सील कर दिया गया। इसके बाद टीम मुहम्मद तस्लीम पुत्र शेर मुहम्मद के घर पहुंची। वहां किराए पर मकान लेकर ई कचरा वेस्ट प्रोसेसिंग इकाई बैठाई गई थी। मौके से 2200 किलोग्राम ई वेस्ट मिला। यहां भी जिस कमरे में ई वेस्ट मिला, उसे सील कर दिया गया। छापेमारी टीम में भोजपुर थाने के उपनिरीक्षक नवीन शर्मा व आबिद अली भी शामिल रहे।
ई-कचरे के धंधे में संलिप्त पांच मजदूर गिरफ्तार
भोजपुर : मतदाता सूचियों का सत्यापन कर रहे उपजिला मजिस्ट्रेट उस समय अचानक चौंक गए, जब उन्होंने घरों में ई कचरे का अवैध भंडारण देखा। एसडीएम ने उन पांच मजदूरों को पुलिस के सुपुर्द किया, जिन पर ई कचरे की साइकिलिंग में शामिल होने का आरोप है।
उप जिला मजिस्ट्रेट सदर श्रद्धा शांडिल्य बुधवार को मतदाता सूचियों का सत्यापन करने भोजपुर के झादेवाला पहुंचे। इस बीच उनकी नजर अचानक एक चाहरदीवारी के अंदर गईं। वहां से दुर्गंध उठ रही थी। कौतूहल वश उपजिलाधिकारी चहारदीवारी के भीतर गए। वहां भारी मात्रा में ई-कचरे का भंडारण मिला। पांच युवक रसोई गैस सिलेंडर से ई-कचरे के पाट्र्स अलग कर रहे थे। एसडीएम ने पांचों युवकों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह महज दो सौ रुपये दिहाड़ी के मजदूर हैं। थाना प्रभारी प्रदीप कुमार मलिक ने बताया कि रोक के बावजूद लोग अपने घरों में ई-कचरे का कारोबार कर रहे हैं। कस्बे में 40 प्रतिशत लोगों की रोजी-रोटी का मुख्य धंधा ई-कचरे का कारोबार है।
मुरादाबाद की फिजा में जहर घोल रहा भोजपुर
भोजपुर । ई-कचरे के अवैध कारोबार के लिए कुख्यात भोजपुर मुरादाबाद की फिजा में वर्षों से जहर घोल रहा है। जिले की आबोहवा इस कदर जहरीली हो गई है कि अब जान पर बन आई है। इस दावे की पुष्टि थाना प्रभारी की स्वीकारोक्ति करती है।
उपजिलाधिकारी द्वारा भोजपुर में ई कचरे के काला कारोबार का भंडाफोड़ करने से पुलिस के दावे पर सवाल उठने लगे हैं। हर कोई यह जानने को बेचैन है कि पत्ते के खड़कने तक पर नजर रखने वाली भोजपुर पुलिस सो क्यों रही थी? ई-कचरे का भंडारण कहीं पुलिस की सरपरस्ती में ही तो नहीं हो रहा था। थाना प्रभारी ने भोजपुर के करीब 40 फीसद घरों में ई-कचरे का कारोबार होने की बात कही। ऐसे में सवाल उठता है कि सबकुछ पता होने के बाद भी प्रशासनिक अमला मौन क्यों है? ई-कचरे का कारोबार अवैध घोषित होने के बाद भी प्रभावी कार्रवाई क्यों नहीं हो रही।
ई-कचरे के जलने से वायुमंडल दूषित हो रहा है। कस्बे के लोग गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। अगर समय रहते ई-कचरे पर लगाम नही लगा तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
-मुहम्मद अशरफ, प्रभारी चिकित्साधिकारी सीएचसी, भोजपुर।
ई-कचरे को बीच बस्ती में घरों में अंधाधुंध जलाना जानलेवा साबित हो रहा है। शाम ढलते ही सांस लेने में परेशानी होने लगती है। चिकित्सक ऐसी जगह पर रहने को मना कर रहे हैं लेकिन जाएं तो जाएं कहां।
-मुहम्मद रिजवान, प्रोफेसर, मुस्लिम डिग्री कालेज।
ई-कचरे को क्षेत्र में लाने और बाहर लेकर जाने और जलाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा हुआ है। पुलिस ई-कचरे के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
-प्रदीप कुमार मलिक, थाना प्रभारी भोजपुर।