कांग्रेस नेत्री माहिरा खान के जेल जाने के बाद गरमाया सियासी माहौल, अब हाईकमान लेगा अंतिम फैसला
Political atmosphere heated ठाकुरद्वारा में लिखे गए गैंगस्टर के मुकदमे में वारंट होने पर महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष माहिरा खान उर्फ महक वारसी को जेल भिजवा दिया है। यह प्रकरण इस समय पूरे शहर में सुर्खियों में है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Moradabad Congress leader jailed : मुगलपुरा पुलिस ने ठाकुरद्वारा में लिखे गए गैंगस्टर के मुकदमे में वारंट होने पर महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष माहिरा खान उर्फ महक वारसी को जेल भिजवा दिया है। यह प्रकरण पूरे शहर में सुर्खियों में है।
शहर के गंज गुरहट्टी स्थित जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। इस दौरान अनुशासन समिति के अनुरोध पर महक वारसी का पूरा मामला पार्टी के प्रदेश हाईकमान को भेज दिया गया। वहीं से इस मामले में अंतिम फैसला होना है। ब्लाक अध्यक्षों के इस्तीफे के मुद्दे पर जिलाध्यक्ष असलम खुर्शीद ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि जिन ब्लाक अध्यक्षों के इस्तीफे दिए जाने की बात की जा रही है। वह उनके साथ हैं। महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष माहिरा खान उर्फ महक वारसी के मुद्दे पर भी अनुशासन समिति के सामने विस्तार से चर्चा हुई। जिलाध्यक्ष असलम खुर्शीद ने पूरे प्रकरण को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को भेज दिया है। इस मसले पर अंतिम निर्णय प्रदेश नेतृत्व ही करेगा। बैठक में अनुशासन समिति के अध्यक्ष अनूप दुबे, जिला उपाध्यक्ष व प्रवक्ता सुधीर पाठक, गय्यूर अंसारी, अफजल साबरी, इफ्तिखार कुरैशी, नरेंद्रपाल सिंह, परम सिंह सैनी, मुहम्मद अय्याज, दाऊद, अतीक अहमद, मुहम्मद एहसान, मोहतशिम मुख्तार, जाकिर हुसैन और नाजिम आदि मौजूद रहे।
काजी सौलत अली एडवोकेट का कहना है कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा के प्रदेश में 40 फीसद महिलाओं को टिकट देने की घोषणा के बाद मेरी पत्नी महक वारसी ने मुरादाबाद देहात विधानसभा सीट से दावेदारी कर दी थी। कांग्रेस में उनके विरोधियों को यह बात हजम नहीं हो रही थी। इसलिए उन्होंने साजिश करके महक को जेल भिजवा दिया। उनके यहां काम करने वाले जाहिद और हुसैन ने धोखाधड़ी का मुकदमा लिखाया था। इन मुकदमों में स्टे है। बाद में इन्हीं मुकदमों के आधार पर ठाकुरद्वारा पुलिस ने उनके खिलाफ गैंगस्टर का मुकदमा लिख दिया था। उसी मुकदमे के वारंट से गिरफ्तारी की है। वह पत्नी के साथ अपने कुत्ते की दवा लेने के लिए जा रहे थे। रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक लिया। वारंट की बात कहकर थाने ले गई। महिला पुलिस भी साथ में नहीं थी। इस मामले में हम कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।