Police Team Attacked in UP: मुरादाबाद में जुआरियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर पथराव व फायरिंग
Police Team Attacked in UPमुरादाबाद में कोरोना कर्फ्यू को सख्ती से लागू कराने के अभियान में लगी पुलिस को हमला झेलना पड़ा है। मुरादाबाद में एक इलाके में कुछ लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव के बाद फायरिंग भी की।
मुरादाबाद, जेएनएन। पीतलनगरी मुरादाबाद में कोरोना कर्फ्यू के दौरान सड़क पर घूमने को लेकर पुलिस की सख्ती कुछ लोगों को नागवार गुजरी। इन लोगों ने पुलिस टीम पर पहले तो पथराव किया, लेकिन पुलिस टीम के इसके बाद भी आगे बढ़ते देख फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद भी पुलिस ने घेराबंदी करके तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
मुरादाबाद में कोरोना कर्फ्यू को सख्ती से लागू कराने के अभियान में लगी पुलिस को हमला झेलना पड़ा है। मुरादाबाद में एक इलाके में कुछ लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव के बाद फायरिंग भी की।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हमको कोरोना कर्फ्यू के दौरान इस इलाके में कुछ लोगों के जुआ और सट्टा खेलने की सूचना मिली थी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई। इस प्रकरण में तीन लोगों को मौके से ही गिरफ्तार किया गया है।
इसमें अन्य लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं। इस मामले में जांच जारी है। अन्य आरोपितों पर भी तगड़ा शिकंजा कसा जा रहा है।
गाड़ी में बैठते ही बोला पुलिस के छुड़ा दिए पसीने
सट्टेबाज इफ्तिखार के पूरे परिवार का आपराधिक इतिहास है। पकड़े जाने के बाद वह लगातार एसओजी टीम को धमकी देता रहा। जिस समय उसके साथी पत्थरबाजी कर रहे थे, तब उसने धमकी दी कि उसे छोड़ दिया जाए नहीं तो कोई जिंदा बचकर नहीं जा पाएगा। यहां की जनता बहुत प्यार करती है। एसओजी की टीम ने बहादुरी दिखाते हुए उसे घसीटकर थाने गाड़ी तक ले गई। इस दौरान जब गाड़ी में बैठते समय एसओजी टीम के सदस्यों के पसीना निकल आया तो, वह तेवर दिखाते हुए बोला देखा जब पकड़ने में पसीने छूट गए तो छूटने के बाद क्या हालत करूंगा। थाने पहुंचने तक वह एसओजी टीम पर लगातार भद्दी टिप्पणी करता रहा।
90 लाख रुपये प्रतिमाह का खिलाता था सट्टा
एसओजी टीम की पूछताछ में सट्टेबाज इफ्तिखार ने कुबूल किया कि वह प्रतिदिन लगभग तीन लाख रुपये का सट्टा खिलाता है। छोटे से लेकर बड़े तक उसके व्यापार में लोग शामिल हैं। दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से फोन के माध्यम से लाइनें खुलती हैं, इसके बाद सौ, दो सौ रुपये में पर्चियां बांटने का काम शुरू हो जाता है। शाम को जो नंबर खुलता है, उसको पर्ची के हिसाब से पैसा दिया जाता है। प्रतिमाह लगभग 90 लाख से एक करोड़ रुपये तक का सट्टे का कारोबार होता है।