मुरादाबाद में पीडि़ता से बोले पुलिस कर्मी-डीजल के पैसे दो तो करेंगे कार्रवाई, एसएसपी ने द‍िए जांच के आदेश

मुरादाबाद की कुंदरकी पुलिस जानलेवा हमले के आरोप‍ितों को पकड़ने के ल‍िए पीडि़ता से डीजल के रुपये मांग रही है। थाने की पुलिस का कहना है क‍ि उनके वाहन में डीजल नहीं है रुपये म‍िलने पर वे तेल भरवाएंगे और कार्रवाई करने जाएंगे।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Tue, 22 Dec 2020 11:30 AM (IST) Updated:Tue, 22 Dec 2020 11:30 AM (IST)
मुरादाबाद में पीडि़ता से बोले पुलिस कर्मी-डीजल के पैसे दो तो करेंगे कार्रवाई, एसएसपी ने द‍िए जांच के आदेश
मुरादाबाद की कुंदरकी पुलिस का अमानवीय चेहरा, मह‍िला पर जानलेवा हमला,

मुरादाबाद, जेएनएन।  पीड़ित थाने के चक्कर लगाकर हार जाते हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं होती है। ऐसे में वह उच्च अधिकारियों की चौखट पर पहुंचकर गुहार लगाते हैं। बीते एक साल से कुंदरकी थाने के चक्कर लगा रही महिला ने पुलिस पर दबिश डालने के लिए डीजल के पैसे मांगने का आरोप लगाया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने जांच के आदेश दिए हैं। वहीं पीड़ित महिला ने सीएम पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई है। 

कुंदरकी थाना क्षेत्र के मुहल्ला सादात पश्चिम निवासी शगुफ्ता एसएसपी कार्यालय में पेश हुईंं। महिला ने बताया कि एक साल पहले पति व ससुरालियों के खिलाफ साजिश करके जान से मारने की नीयत से हमला करने के मामले में कुंदरकी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे की विवेचना कुंदरकी थाना पुलिस के द्वारा की जा रही है। लेकिन, बीते एक साल से थाना पुलिस के द्वारा आरोपितों को गिरफ्तार करने की जगह उन्हें बचाने का प्रयास किया जा रहा है। जब भी पुलिस अफसरों से आराेपितों को पकड़ने के लिए कहा जाता है, तो थाने में तैनात पुलिस कर्मियों के द्वारा दबिश देने के लिए डीजल के पैसे मांगे जाते हैं। जब पीड़िता ने पुलिस को पैसा देने से इन्कार कर दिया तो विवेचक आरोपितों का नाम केस से हटाने की धमकी देते हैं। पीड़ित शगुफ्ता ने कहा केस के जांच अधिकारी ने थाना प्रभारी की मिलीभगत से ससुरालियों का नाम केस से हटाने के लिए रकम भी तय कर ली है। पीड़ित महिला की शिकायत को एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।

पहले भी थाने की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

कुंदरकी थाने में तैनात स्टाफ और अन्य पुलिस कर्मियों की कार्यशैली को लेकर पहले भी सवाल उठ चुके हैं। एसएसपी को पूर्व भी पत्र देकर विवेचना में नाम बढ़ाने और घटाने की शिकायत की गई है। शिकायत की जांच का जिम्मा भी बिलारी सीओ को सौंपा गया है। लेकिन इन शिकायतों को लेकर अभी तक कोई फैसला सामने नहीं आया है।

पुलिस को दबिश डालने के लिए भरपूर डीजल उपलब्ध कराया जाता है। वाहनों के डीजल का कोटा इतना है कि पुलिस खर्च भी नहीं कर पाती है। पीड़िता ने जो आरोप लगाए हैं,उसकी जांच करके कार्रवाई की जाएगी।

प्रभाकर चौधरी,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक

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