Pitra Paksha 2021 : पितरों को मोक्ष की प्राप्ति के लिए श्राद्ध पक्ष शुरू, जानें तिथि के अनुसार श्राद्ध, कैसे करें तर्पण

Pitra Paksha 2021 अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश महोत्सव का समापन होने के बाद भाद्रपद पूर्णिमा से पितृपक्ष शुरू हो गए हैं। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार श्राद्ध पक्ष भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक कुल 16 दिनों तक चलेंगे।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 05:50 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 05:50 PM (IST)
Pitra Paksha 2021 : पितरों को मोक्ष की प्राप्ति के लिए श्राद्ध पक्ष शुरू, जानें तिथि के अनुसार श्राद्ध, कैसे करें तर्पण
सोमवार से शुरू होकर छह अक्टूबर तक चलेंगे श्राद्ध, अबकी बार 26 अक्टूबर को नहीं हैं श्राद्ध

मुरादाबाद, जेएनएन। Pitra Paksha 2021 : अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश महोत्सव का समापन होने के बाद भाद्रपद पूर्णिमा से पितृपक्ष शुरू हो गए हैं। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार श्राद्ध पक्ष भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक कुल 16 दिनों तक चलेंगे।इस बार पंचांग के अनुसार पितृ पक्ष 20 सितंबर सोमवार को पितृ पक्ष शुरू हो गए हैं। छह अक्टूबर 2021 दिन बुधवार को इनका समापन होगा।

पंडित केदार मुरारी ने बताया कि इस साल 26 सितंबर को श्राद्ध तिथि नहीं है। श्रद्धा भाव से किया हुआ श्राद्ध पितरों को मोक्ष प्रदान करता है। अपनी अपनी तिथि के दिन हमारे पितृों को मृत्युलोक में भेजा जाता है। अगर उस दिन पारिवारिक जन श्रद्धा के साथ तर्पण ब्रह्मभोज गाय, कौवा, कुत्ता के लिए ग्रास निकालता है तो पूर्वज अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं। जिसकी तिथि के बारे में पता ना हो उनका श्राद्ध अमावस्या करें या पुरोहितों से मृत्यु की तिथि के अनुसार श्राद्ध की तिथि की जानकारी लें।संभव हो सके तो पिंड की पूजा करें।

तपर्ण की विधिः एक तांबे के लोटे में गंगाजल लेकर उसमें थोड़ा सा दूध व जल डाल दें। काले तिल और जौ डाल दें ।अपने आगे कासे या पीतल का परात रखें हाथ में कुशा पकड़ कर सर्वप्रथम पूरब की ओर का देवताओं का तर्पण करें। उत्तराभिमुख होकर दिव्य मनुष्यों का तर्पण करें दक्षिणाभिमुख होकर अपने पितरों का तर्पण करें। उसके बाद सूर्य को जल अर्पण कर गाय कौवा और कुत्ते के लिए ग्रास निकालें अग्नि को भोग लगाकर ब्राह्मणों को भोजन कराएं और दान करें।

पितृ पक्ष में श्राद्ध की तिथियां

- पूर्णिमा श्राद्ध - 20 सितंबर

- प्रतिपदा श्राद्ध - 21 सितंबर

- द्वितीया श्राद्ध - 22 सितंबर

- तृतीया श्राद्ध - 23 सितंबर

- चतुर्थी श्राद्ध - 24 सितंबर

- पंचमी श्राद्ध- 25 सितंबर

- 26 सितंबर का दिन खाली है

-षष्ठी श्राद्ध- 27 सितंबर

- सप्तमी श्राद्ध- 28 सितंबर

- अष्टमी श्राद्ध- 29 सितंबर

- नवमी श्राद्ध- 30 सितंबर

- दशमी श्राद्ध- 01 अक्टूबर 

- एकादशी श्राद्ध- 02 अक्टूबर

- द्वादशी श्राद्ध- 03 अक्टूबर

- त्रयोदशी श्राद्ध- 04 अक्टूबर

- चतुर्दशी श्राद्ध- 05 अक्टूबर

- अमावस्या श्राद्ध- 06 अक्टूबर

chat bot
आपका साथी