मुरादाबाद में चिकित्सक ने निजी लैब से बनवाई संक्रमित हाेने की रिपाेर्ट, सीएमओ ने करा दी जांच, जानिए फिर क्या हुआ

अमराेहा जिला अस्पताल के जिस चिकित्सक ने निजी लैब की जांच रिपोर्ट से खुद को कोरोना संक्रमित होने का दावा किया था वह ट्रूनेट जांच में निगेटिव मिले हैं। दैनिक जागरण में खबर छपने के बाद हरकत में आए सीएमओ ने उनकी जांच कराई तो सच्चाई सामने आई।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 08:20 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 08:20 PM (IST)
मुरादाबाद में चिकित्सक ने निजी लैब से बनवाई संक्रमित हाेने की रिपाेर्ट, सीएमओ ने करा दी जांच, जानिए फिर क्या हुआ
मुरादाबाद में चिकित्सक ने निजी लैब से बनवाई संक्रमित हाेने की रिपाेर्ट

मुरादाबाद, जेएनएन। अमराेहा जिला अस्पताल के जिस चिकित्सक ने निजी लैब की जांच रिपोर्ट से खुद को कोरोना संक्रमित होने का दावा किया था वह ट्रूनेट जांच में निगेटिव मिले हैं। दैनिक जागरण में खबर छपने के बाद हरकत में आए सीएमओ ने उनकी जांच कराई तो सच्चाई सामने आई। फिलहाल सीएमओ ने चेतावनी देकर चिकित्सक को फिर से ड्यूटी पर भेज दिया।

कोरोना मरीजों के इलाज के लिए निजी कोविड अस्पताल श्री वेंक्टेश्वर में तीन शिफ्टों में चिकित्सकों, फार्मासिस्टों व स्टाफ नर्सों की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें जिला अस्पताल के डॉ. उत्कर्ष गोयल की भी 11 मई से पहली शिफ्ट में सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक ड्यूटी लगी थी। उन्होंने ड्यूटी वाले दिन ही निजी लैब की जांच में अपने आपको पॉजिटिव दिखाकर सीएमओ डॉ. सौभाग्य प्रकाश से छुट्टी मांगी थी। सीएमओ ने निजी लैब की रिपोर्ट को मानने से इंकार कर दिया।

दैनिक जागरण ने पॉजिटिव चिकित्सक कोविड अस्पताल में कर रहे मरीजों के उपचार काे प्रमुखता से उठाया तो सीएमओ ने चिकित्सक को तलब कर लिया। जिला अस्पताल में ट्रूनेट मशीन से उनकी जांच कराई तो वह निगेटिव निकले। इस पर सीएमओ ने चेतावनी देकर उन्हें ड्यूटी के लिए भेज दिया। सीएमओ ने बताया कि कुछ चिकित्सक ड्यूटी से बचने के लिए निजी लैब से फर्जी रिपोर्ट तैयार करा रहे हैं, जिन्हें स्वीकार नहीं किया जाएगा।

सीएचसी के चिकित्सक भी बनवा चुके फर्जी रिपोर्ट

सीएमओ ने बताया कि कई चिकित्सक व कर्मी कोविड ड्यूटी से बचना चाह रहा है। इनमें से कुछ निजी लैब से फर्जी पॉजिटिव रिपोर्ट बनवाकर छुट्टी मांगते हैं। बताया इससे पहले भी नगर सीएचसी के एक चिकित्सक की ड्यूटी काेविड अस्पताल में लगाई गई थी, लेकिन ड्यूटी से बचने के लिए वह भी निजी लैस से संक्रमित होने की फर्जी रिपोर्ट बनवाकर घर बैठ गए थे। बाद में इसकी पुष्टि होने पर उन्हें चेतावनी देकर ड्यूटी पर भेजा गया है।

chat bot
आपका साथी