Panchayat Election 2021 : मुरादाबाद में 25 साल बाद बदला वार्डों का नक्शा, सियासी समीकरण में भी परिवर्तन
Panchayat elections in Moradabad जिला पंचायत राज अधिकारी की अगुवाई में पंचायत विभाग की टीम परिसीमन को दुरुस्त करने में जुटी रही। जिलाधिकारी ने बताया कि 25 साल बाद जिले में परिसीमन का काम हुआ है। परिसीमन में आपत्तियों को गंभीरता से लेकर वार्डों में सुधार कराया गया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Panchayat elections in Moradabad। जिले में परिसीमन होने से 25 साल बाद जिले की ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायतों के वार्डों का नक्शा बदल गया है। इसके साथ सियासी समीकरण भी बदल रहे हैं। जिला पंचायत के वार्डों पर प्रत्याशी तमाम दावे कर रहे हैं। कई बड़े नेता भी अपने लाडलों को चुनावी मैदान में उतारने के लिए तैयारी कर रहे हैं। लेकिन, अब देखना यह है कि पंचायत चुनाव में कौन बाजी मारता है।
जिले में 1995 में इसके बाद कभी परिसीमन नहीं हो पाया था। 2015 का चुनाव भी पुराने ही परिसीमन पर हो गया था। इसके बाद अगवानपुर, पाकबड़ा और महमूदपुर माफी गांव के नगर पंचायत बना दी गईं। सम्भल और मुरादाबाद की सीमा भी तय नहीं हो पाई थी। शासन ने पहले दोनों जिलों की सीमाएं तय कीं। इसके बाद ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक के वार्डों का परिसीमन कराया गया। परिसीमन में जिला पंचायत के नए वार्डों के गठन का काम शुरू हो सका। ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों और जिला पंचायत के वार्डों के परिसीमन की अंतिम सूची प्रकाशन होने के बाद 261 आपत्तियां आई थीं। आपत्तियों का निस्तारण करने में पंचायत विभाग की टीम कई दिन तक लगी रही। परिसीमन से पहले 62 नई ग्राम पंचायतों का गठन हुआ। इसलिए हर ब्लॉक में वार्डों की संख्या के साथ क्षेत्र पंचायत और जिले में जिला पंचायत के वार्डों की संख्या बढ़ गई। गुरुवार को देर शाम तक पांच ब्लॉकों के ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायतों के वार्डों के परिसीमन की खामियां दूर करके फाइनल कर दिया है। शुक्रवार को कुंदरकी और बिलारी ब्लॉकों के परिसीमन की खामियां दूर करके फाइनल कर दिया था।
24 जनवरी से होगी आरक्षण की कार्रवाई
जिला पंचायत राज अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि 24 जनवरी से आरक्षण की प्रक्रिया शुरू होनी है। इसके लिए शासन का आदेश आने का इंतजार है। परिसीमन के दौरान पीपलसाना और सहसपुर जिले की दो सबसे बड़ी ग्राम पंचायतें हैं। इन्हें जिला पंचायत के दो वार्डों में शामिल किया गया है। परिसीमन के दौरान कोशिश यह रही है कि मतदाता को कोई परेशानी न हो। देर शाम को परिसीमन की अंतिम सूचियां ब्लॉक मुख्यालयों पर चस्पा करा दी गई हैं। रविवार को सुबह सवेरे ही परिसीमन की अंतिम सूचियां ग्राम पंचायतों में चस्पा करा दी गई हैं। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने पिछड़ी जाति के रैपिड सर्वे से ग्राम पंचायतों की जनसंख्या का मिलान कराया। सर्वे से देखा गया कि किस गांव में कितनी आबादी किस वर्ग की है। ग्राम पंचायतों और वार्डों की जनसंख्या का भी इसी से पता लगाया गया।