Oxygen deficiency in Moradabad : दूर होगा संकट, जिले में मंडलायुक्त ने संभाली ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था
जल्द ही जिले में कोरोना संक्रमितों को राहत मिल जाएगी। दरअसल ऑक्सीजन की आपूर्ति सुधारने के लिए अब खुद मंडलायुक्त ने व्यवस्था संभाल ली है। मंडल के पांचों जिलों को ऑक्सीजन की आपूर्ति की व्यवस्था और मानीटरिंग जिला प्रशासन के साथ मिलकर वह खुद करेंगे।
मुरादाबाद, जेएनएन। ऑक्सीजन की आपूर्ति सुधारने के लिए खुद मंडलायुक्त ने व्यवस्था संभाल ली है। मंडल के पांचों जिलों को ऑक्सीजन की आपूर्ति की व्यवस्था और माॅनीटरिंग जिला प्रशासन के साथ मिलकर वह खुद करेंगे। इसके साथ ही अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड व वेंटीलेटर की समस्या का समाधान करने के लिए जिम्मेदारी अपने हाथ में ले रहे हैं।
मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री अस्पतालों को उनकी मांग के अनुसार और होम आइसोलेशन वालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं। हालांकि, होम आइसोलेशन वालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए हेल्पलाइन नंबर पहले ही जारी कर दिया गया था। इसके बाद भी कुछ शिकायतें मंडल भर से मिल रही थी। इसे देखते हुए ऑक्सीजन की व्यवस्था की जिम्मेदारी अब खुद संभाल ली है। ताकि सभी जिलाधिकारी अन्य कार्यों जिम्मेदारियों को कुशलता से संभाल सकें। इसके लिए सभी जिलों की सरकारी मशीनरी को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं। पिछले दो दिनों में इसमें सुधार भी आया है। होम आइसोलेशन वाले मरीजों के लिए ऑक्सीजन के लिए मांग करने वालों की संख्या में कमी आई है। मुरादाबाद के लिए 100 एवं अन्य जनपदों के 50-50 सिलिंडर होम आइसोलेशन वाले मरीजों के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं।
बढ़ाए गए 34 वेंटीलेटर
मंडलायुक्त ने बताया कि सबसे अधिक शिकायतें वेंटीलेटर और आइसीयू को लेकर आ रही थीं। वेंटीलेटर की संख्या अब बढ़ा दी गई है। अप्रैल में अन्य जिलों से 34 वेंटीलेटर मंगाए गए हैं। इनका प्रयोग नहीं हुआ था। अब ये सभी वेंटीलेटर मुरादाबाद के अस्पतालों में लगा दिए गए हैं। इससे अब वेंटीलेटर को आ रही शिकायतें भी दूर हुई हैं। इनमें से कुछ वेंटीलेटर गर्भवतियों के लिए, हृदय रोग वाले मरीजों के लिए आरक्षित रखे गए हैं। निगरानी में रहेंगे सभी अस्पताल जनपद के सभी अस्पतालों की निगरानी अब इंटीग्रेटिड कोविड कमांड सेंटर (आइ ट्रिपल सी ) से की जाएगी। इसके लिए आइ ट्रिपल सी में आठ अस्पताल के लिंक से जोड़ दिया गया है। अब इन अस्पतालों के लिंक पर जाकर वहां लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए वहां चल रही गतिविधियों को देखा जा सकता है। सभी अस्पतालों से लिंक मांगे गए हैं।