Oxygen consumption in Moradabad : जिले में ऑक्सीजन का संकट खत्म, एक फोन पर आसानी से मिल रहे सिलेंडर
कोरोना की दूसरी लहर से जंग के लिए आक्सीजन गैस वितरण की कमान प्रशासन ने हाथ में आने से लोगों को बड़ी राहत मिली। पांच दिन में होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना के मरीजों के लिए आक्सीजन गैस की मांग का आंकड़ा 314 सिलिंडर से 65 पर आ गया।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर से जंग के लिए ऑक्सीजन गैस वितरण की कमान प्रशासन ने हाथ में आने से लोगों को बड़ी राहत मिली। पांच दिन में होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना के मरीजों के लिए ऑक्सीजन गैस की मांग का आंकड़ा 314 सिलिंडर से 65 पर आ गया। अब ऑक्सीजन के लिए कहीं भी मारामारी नहीं है। सांस से मरीजों को भी डाक्टर का पर्चा दिखाने पर ऑक्सीजन आसानी से मिलने लगी है।
कोरोना के कहर के कई दिन बहुत मुश्किल भरे गुजरे हैं। ऑक्सीजन सिलिंडर लेने के लिए लोगों की कतारें लगी रहीं। हर व्यक्ति अपनों की जान बचाने के लिए लाइन में लगा था। ऐसे में जरा सी देर होते ही वह इधर-उधर फोन करने लगता था। कालाबाजारी करने वाले लोग भी सक्रिय हो गए थे। इसी बीच ऑक्सीजन के लिए लाइन में लगे लोगों की भीड़ ने कलिंगा गैस एजेंसी पर रेलवे अस्पताल आ रही सिलिंडर की गाड़ी ही रोककर हंगामा खड़ा कर दिया था। डीएम राकेश कुमार सिंह और एसएसपी प्रभाकर चौधरी के खुद मोर्चा संभालने के बाद स्थिति ठीक हो पाई थी। इसके बाद प्रशासन ने गैस वितरण व्यवस्था अपने हाथों में ले लिया था। जागरण की टीम ने मौलागढ़ स्थित कलिंगा गैस एजेंसी का नजारा देखा तो बदला हुआ था। वहां पहले ही तरह कतार नहीं लगी थी। एक महिला के पति को ऑक्सीजन की दिक्कत थी। वह अपने रिश्तेदार के साथ आईं और सिलिंडर बाइक पर पीछे पकड़कर साथ ले गईं। इसी तरह और भी कई लोग सिलिंडर लेकर गए। वहां प्रशासन की टीम बैठी हुई थी। गैस लेने पहुंचने वालों ने पहले ही कंट्रोल रूप में डिमांड नोट करा दी। वहां से आनलाइन सूची आने के बाद उसी के हिसाब से गैस का वितरण हो रहा था। यही हाल रामपुर रोड पर अक्का डिलारी स्थित पवन गैस एजेंसी का रहा। वहां भी भीड़ नहीं थी। तीसरी ऑक्सीजन गैस एजेंसी पर भी कोई भी भीड़भाड़ नहीं। कोरोना के मरीजों के साथ ऑक्सीजन सिलिंडर की मांग तेजी से घट रही है। अब सांस से मरीजों के लिए भी डाक्टर के पर्चे के आधार पर ऑक्सीजन गैस मिलनी शुरू हो गई है।
मुरादाबाद में होम आइसोलेशन के मरीजों के लिए ऑक्सीजन की बहुत मांग थी। लेकिन, पांच दिन में इस तरह तेजी से घटी ऑक्सीजन सिलिंडर की मांग घटी है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि कोरोना की विदाई होने लगी है। लेकिन, सावधानी और अधिक बरतने की जरूरत है। बिना वजह घरों से बिल्कुल न निकलें।
दिनांक सिलिंडर
0 मई 314
11 मई 227
12 मई 139
13 मई 103
14 मई 65
मैनेजर बोले हमें कुछ नहीं पता
कलिंगा गैस एजेंसी के मैनेजर ने गैस वितरण को लेकर कुछ भी बताने से इन्कार दिया। कहने लगे सबकुछ प्रशासन के हाथ में है। हमारे पास गैस वितरण को लेकर कोई जानकारी नहीं है। हम तो सिर्फ सिलिंडर भरने का काम करा रहे हैं। प्रशासन की सूची के आधार पर गैस का वितरण होता है। हमारा वितरण से कोई लेना-देना नहीं है। प्रशासन के लोग ही गैस बंटवाने का काम भी कर रहे हैं।
मेरी पत्नी के भाई को आक्सीजन सिलिंडर की रात को जरूरत पड़ी। मैंने उसी समय कंट्रोल रूम को बताया तुरंत सिलेंडर मिल गया है। इससे उसकी जान बच गई। प्रशासन का धन्यवाद अदा करता हूं।
नीरज शर्मा
मैंने अपने दोस्त के स्वजनों को आक्सीजन गैस सिलेंडर दिलाया। पहले बहुत दिक्कत थी। लेकिन मैंने कंट्रोल रूम फोन करके कागज जमा करने का तरीका बताया तो सिलिंडर तुरंत मिल गया। अब सिलिंडर मिलने में कोई दिक्कत नहीं है।
संजय कुमार
आक्सीजन की व्यवस्था के लिए इंटीग्रेटिड कोविड कमांड कंट्रोल रूम को फोन कर सकते हैं। आक्सीजन की सुविधा शहर के साथ पूरे जनपद के लिए भी है। सुबह दस बजे से रात 11 बजे तक इस पर कभी भी फोन कर सकते हैं। अगर कोई परेशानी हो रही है तो इस पर सूचना दे सकते हैं।
राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी