जलभराव रोकने को कांठ रोड के नालों पर एक करोड़ खर्च, फिर भी दूर नहीं हुआ मर्ज

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : बरसात के दिनों में रामगंगा विहार का ए-ब्लाक तालाब जैसा बन जाता है। इस स

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 05:10 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 05:10 AM (IST)
जलभराव रोकने को कांठ रोड के नालों पर एक करोड़ खर्च, फिर भी दूर नहीं हुआ मर्ज
जलभराव रोकने को कांठ रोड के नालों पर एक करोड़ खर्च, फिर भी दूर नहीं हुआ मर्ज

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : बरसात के दिनों में रामगंगा विहार का ए-ब्लाक तालाब जैसा बन जाता है। इस स्थिति के लिए तीन विभाग एमडीए, नगर निगम और जल निगम जिम्मेदार हैं। नालों की सफाई नहीं, सड़कें सीवर लाइन डालने के बाद खोदकर छोड़ दी गईं। एमडीए ने 30 साल पहले रामगंगा विहार के ए-ब्लाक को दो फीट नीचे गड्ढे में बसाकर डुबोने का काम किया। करीब एक करोड़ रुपये से अकबर किले के सामने, 24 मीटर रोड व कांठ रोड के नाले बनाए गए लेकिन, जलभराव फिर भी नहीं रुका। कालोनी बसने व कांठ रोड पर कंपनियों के शोरूम से बंद नालों की सफाई न होने से ड्रेनेज सिस्टम चौपट है। आलीशान कोठियों के सामने जलभराव से लोगों का आक्रोश बढ़ रहा है लेकिन, अफसरों को इसकी चिंता नहीं है। इस ब्लॉक में करीब 200 आवास हैं। हाउस टैक्स देने के बाद भी लोग परेशानी झेल रहे हैं। इस ब्लाक के लिए सबसे बड़ी मुसीबत एक बड़ी ब्रांडेड रेडीमेड कपड़ों की कंपनी के सामने से गुजर रहा 100 मीटर का नाला है, जो बंद हैं। इस कारण ही ए-ब्लाक में पानी भरता है। तीसरा जल निगम ने सीवर लाइन खोदाई के बाद सड़क नहीं बनाई। ग्रेनुलर सब बेस (जीएसबी) यानि पत्थर का चूरा व पत्थर की रोड़ी डालकर छोड़ दी है, जिससे बारिश में आलीशान कोठियों के समने दो फीट पानी भरने से लोग मुसीबत में हैं। नगर निगम की क्यूआरटी सिर्फ ढिढोरा पीटने के लिए है। इस ब्लाक में बारिश रुकने के बाद भी शाम तक पानी नहीं उतरा। रविवार को इस ब्लाक का जायजा लिया तो नालियां पानी से भरी हुई थीं। जब बिना बारिश के ही घर के पानी की निकासी से नालियां फुल हैं तो बारिश में जलभराव तो होगा ही। इसके अलावा आशियाना, अवंतिका, रामगंगा विहार फेस दो, कांठ रोड पर भी जलभराव होता है। इनसेट

बारिश नहीं हुई तो चार दिन में सड़कें बनने का दावा

जल निगम के अफसरों का कहना है कि सीवर लाइन खोदाई तो तीन महीने पहले हुई है लेकिन, इस ब्लाक में पानी भरने की समस्या तो कई साल पुरानी है। जल निगम की कार्यदायी संस्था केके स्पन के प्रोजेक्ट मैनेजर रजनीश गोयल कहते हैं कि जीएसबी डाल दी है। अगर चार दिन बारिश नहीं हुई तो यह सड़क बन जाएगी। सीवर लाइन खोदाई के बाद इस ब्लाक में जीएसबी का कार्य कराकर रोका गया था। कारण जीएसबी के बाद तुरंत सड़क बनाने से फिर धंस जाएगी। अब बारिश हो चुकी है तो सड़क मजबूत रहेगी।

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वर्जन

वजह तलाश की जाएगी कि किस कारण रामगंगा विहार के ए-ब्लाक में पानी भरता है। अगर नालों पर गतिरोध है तो उनकी सफाई कराई जाएगी।

-अनिल कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त।

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