अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए करनी पड़ेगी पढ़ाई Moradabad News
जेएनएन मुरादाबाद। अब बिना पढ़ाई किए ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) नहीं बनेगा। इसके लिए ऑटोमेटिक ड्राइविंग लाइसेंस टेस्टिंग ट्रैक बनाने की तैयारी है।
जेएनएन, मुरादाबाद। अब बिना पढ़ाई किए ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) नहीं बनेगा। इसके लिए ऑटोमेटिक ड्राइविंग लाइसेंस टेस्टिंग ट्रैक बनाने की तैयारी है। यहां प्रशिक्षण में पास होने के बाद ही लाइसेंस जारी हो सकेगा।
सरकार की योजना है कि वाहन चालक पूरी तरह से प्रशिक्षित हों, जिससे वाहनों की दुर्घटना पर रोक लग सके। प्रथम चरण में प्रदेश के मंडल मुख्यालय पर ऑटोमेटिक ड्राइविंग लाइसेंस टेस्टिंग ट्रैक व फिटनेस इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर बनाया जाना है। इसके लिए परिवहन विभाग ने मुरादाबाद जिला प्रशासन से साढ़े तीन एकड़ जमीन मांगी है। दोनों सेंटर खोलने के लिए केंद्र सरकार 75 और राज्य सरकार को 25 फीसद राशि देनी है।
डीएल की यह होगी प्रक्रिया
आटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने वालों को 15 दिन पढ़ाई के साथ वाहन चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। दोनों में पास होने पर ही डीएल बन सकेगा। अब तक कोई भी व्यक्ति बिना वाहन चलाने के प्रमाणपत्र के बाइक व कार का ड्राइविंग लाइसेंस बनवा लेता है।
सेंटर में जांची जाएगी फिटनेस
फिटनेस इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर में दो पहिया वाहन को छोड़कर हर साल सभी वाहनों के इंजन, प्रदूषण, सीट आदि की जांच होगी। इसमें खरा उतरने के बाद ही फिटनेस प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा।
संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) आरआर सोनी ने कहा कि जिला प्रशासन को दोनों सेंटर के लिए साढ़े तीन एकड़ जमीन उपलब्ध कराने को पत्र भेजा है। जिला प्रशासन ने जमीन उपलब्ध नहीं कराई है। जमीन मिलने पर दोनों सेंटरों का निर्माण कार्य शुरू हो पाएगा।