Mask Production in Amroha:अब फैशनेबल मास्क मार्केट में आया तेजी से उछाल,अमरोहा में सस्ते दामों पर तैयार हो रहे मास्क Amroha News
उद्यमियों ने सस्ती दरों पर तैयार कर चीन को दिया मुंहतोड़ जवाब। नामी-गिरामी कंपनियों तक प्रतिदिन भेजे जा रहे लगभग दो लाख मास्क। आसपास के क्षेत्रों में भी है मांग।
अमरोहा (अनिल अवस्थी)। प्रधानमंत्री मोदी का स्वदेशी का नारा साकार होता नजर आ रहा है। स्थानीय उद्यमियों ने डेढ़ से दो रुपये में मास्क तैयार कर चीन को मात दे दी है। अमरोहा व नौगावां सादात स्थित जैकेट कारखानों में प्रतिदिन दो लाख मास्क तैयार होने लगे हैं। इन्हें नामी कंपनियों के अलावा आसपास के जनपदों में बेचा जा रहा है। इनसे फैशनेबल मास्क मार्केट में तेजी से उछाल आया है।
देश में कोरोना के पांव पसारने के बाद अचानक बड़ी तादाद में मास्क की मांग शुरू हो गई थी। भारतीय बाजार पर नजरें गड़ाए चीन वी-चैट एप व अलीबाबा वेबसाइट के जरिये 1.90 रुपये में मास्क उपलब्ध कराने का ऑफर देकर कारोबारियों को आकर्षित कर रहा था। लॉकडाउन के चलते अमरोहा व नौगावां सादात स्थित लगभग तीन सौ जैकेट कारखाने भी बंद हो गए थे। इनमें कार्यरत लगभग सात हजार कारीगर बेरोजगारी की कगार पर थे। इसी दरम्यान स्वदेशी के मंत्र से प्रभावित उद्यमियों ने जैकेट कारखानों में मास्क तैयार करने की ठानी। एक-दो ने शुरुआत की तो सभी कारखानों के शटर उठ गए। आसपास के जिलों के अलावा गाजियाबाद व दिल्ली तक अमरोहा के मास्क पहुंचने लगे। यहां के उद्यमियों ने 1.70 रुपये में नान सर्जिकल थ्री लेयर मास्क तैयार कर चीन के सस्ते मास्क के ऑफर की हवा निकाल दी।
बडी कंपनियों से मिले आर्डर
बड़े कारोबारियों ने सैंपल तैयार कर जब मल्टीनेशनल कंपनियों (फैब इंडिया, लुई फिलिप, एलन सोली, फिदातो) से संपर्क साधा तो वहां से भी आर्डर मिलने शुरू हो गए। मास्क तैयार करा रहे फैक्ट्री संचालक मंजीत ङ्क्षसह कहते हैं अब फैशनेबल मास्क की डिमांड बढ़ रही है। आकर्षक मास्क के कैटलाग तैयार हो रहे हैं। अमरोहा से प्रतिदिन लगभग दो लाख मास्क की आपूर्ति कराई जा रही है। एक मास्क की कीमत 35 रुपये तक है। सस्ते व महंगे दोनों मास्क की बराबर डिमांड है।
संकट में मिला नया अवसर
नौगावां सादात के फैक्ट्री संचालक शहवाज कहते हैं कि लॉकडाउन के बाद जैकेट कारखाने बंद हो गए थे, लग रहा था सब कुछ खत्म हो गया मगर इस संकट ने भी हमें नया अवसर दे दिया, मास्क के क्षेत्र में उतरने से हजारों कारीगरों की रोजी-रोटी छिनने से बच गई।
साडिय़ों संग उपहार में मास्क
कपड़ों के बड़े कारोबारी संचित अग्रवाल बताते हैं कि महिलाएं अब अन्य सौंदर्य प्रसाधन की तरह साडिय़ों के साथ मैङ्क्षचग मास्क की डिमांड कर रही हैं। इसे ध्यान में रखते हुए अलग-अलग रंग के कपड़ों में मास्क तैयार कराए हैं। इन मास्क को कपड़ों के साथ ग्राहकों को बतौर उपहार मुफ्त दिया जा रहा है। इससे ग्राहक काफी संतुष्ट हो रहे हैं।