अब क‍िसान अपनी इच्‍छा के अनुसार करा सकेंगे फसलों का बीमा, जान‍िए क्‍या हैं नए न‍ियम

Prime Minister Crop Insurance Scheme 31 दिसंबर तक करा लें बीमा इसके ल‍िए एक सप्ताह पहले बीमा न कराने वाले किसानों को देना होगा प्रार्थना पत्र। इस साल इफको टोकियो कंपनी को किसानों की फसलों का बीमा करने की जिम्मेदारी मिली है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Fri, 11 Dec 2020 11:52 AM (IST) Updated:Fri, 11 Dec 2020 11:52 AM (IST)
अब क‍िसान अपनी इच्‍छा के अनुसार करा सकेंगे फसलों का बीमा, जान‍िए क्‍या हैं नए न‍ियम
लिखकर न देने वाले किसानों की फसलों का हो जाएगा बीमा।

मुरादाबाद, जेएनएन। Prime Minister Crop Insurance Scheme। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब कंपनी किसी भी किसान की फसल का अपनी इच्छा से बीमा नहीं कर पाएगी। किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) बनवाने वाले कृषकों को अंतिम तिथि से एक सप्ताह पहले लिखकर देना होगा कि वे अपनी फसल का बीमा नहीं कराना चाहते हैं। लिखकर देने वाले किसी किसान की फसल का बैंक अपने आप बीमा नहीं कराएंगी। कंपनी को भी खुद बीमा करने का अधिकार नहीं है। जबकि पहले केसीसी बनवाने वाले किसानों को अपनी फसलों का बीमा कराना ही था।

जिले में तीन लाख 28 हजार किसान पंजीकृत हैं। सरकार ने फसल बीमा योजना को स्वैच्छिक घोषित कर दिया है। इससे पहले बैंकों से किसान क्रेडिट कार्ड लेने वाले किसानों को अपनी फसलाें का बीमा कराना जरूरी था। बैंक भी इसे लेकर सक्रिय रहती थीं। इसलिए बैंकों के अफसर खुद ही बीमा करा देते थे। लेकिन, किसानों ने इसे लेकर हंगामा खड़ा कर दिया। इस पर सरकार ने इसमें बदलाव कर दिया है। अब किसान की अपनी इच्छा है तो वह अपनी इच्छा के अनुसार फसल का बीमा करा सकता है। इच्छा न होने पर कोई जोर जबरदस्ती नहीं कर सकता है। इस साल इफको टोकियो कंपनी को किसानों की फसलों का बीमा करने की जिम्मेदारी मिली है। अब तक 2 लाख 82 हजार किसानों ने अपनी फसलों का बीमा कराया है। गेहूंं, मसूर और सरसों आदि की फसलें बीमा करने के दायरे में हैं। जिला कृषि अधिकारी ऋतुषा तिवारी ने बताया कि जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा नहीं कराया है, वह 31 जनवरी तक करा लें। किसी किसान के लिए फसलों का बीमा कराना आवश्यक नहीं है। लेकिन, इतना जरूर है कि केसीसी लेने वाले किसानों को एक सप्ताह पहले बैंक में यह लिखित में देना होगा कि वह फसल का बीमा नहीं कराना चाहते हैं। लिखकर न देने वाले किसानों की फसलों का बीमा कंपनी कर देगी। 

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