सीएम योगी की ओर से भेजे गए नोडल अधिकारी ने कोविड पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के बारे में पूछा तो दूसरी तरफ देखने लगे कर्मचारी

मुख्यमंत्री द्वारा भेजे गए नोडल अधिकारी ने देखी कोरोना से निपटने की तैयारी। एक घंटे तक मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में कर्मचारियों से पूछताछ। वे कोरोना नमूने संकलित वाले कक्ष में पहुंचे। यहां उन्होंने फार्म चेक किए कि क्या डीटेल भरी जा रही है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 09:34 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 09:34 PM (IST)
सीएम योगी की ओर से भेजे गए नोडल अधिकारी ने कोविड पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के बारे में पूछा तो दूसरी तरफ देखने लगे कर्मचारी
सीएम योगी की ओर से भेजे गए नोडल अधिकारी ने ल‍िया जायजा।

मुरादाबाद, जेएनएन। जिले में कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोडल अधिकारी को निरीक्षण के लिए भेजा है। शहर का जायजा लेेने के बाद कोरोना कंट्रोल करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के कामकाज के बारे में भी पूछा। नोडल अधिकारी ने कोविड पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के बारे में पूछा तो कर्मचारी एक-दूसरे की बगले झांकने लगे। इसके बाद उन्होंने सभी लिस्टों को देखा और सतर्कता के साथ काम करने के निर्देश दिए।

ज‍िले में अब तक 8446 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। बाजार में शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं हो रहा है। लोग घरों से बाहर बिना मास्क के निकल रहे हैं। हालात ये हैं कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी बिना पीपीई किट पहने नमूने ले रहे हैं। इन सभी की जांच के लिए सोमवार की दोपहर 12 बजे निदेशक कृषि विपणन एवं नोडल अधिकारी मनोज कुमार सिंह मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पहुंच गए। यहां उन्होंने संयुक्त स्वास्थ्य निदेशक डॉ. सत्य सिंह, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ दिनेश कुमार प्रेमी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. दीपक कुमार वर्मा, डॉ. सुधीर अग्रवाल, डॉ. ऋचा लोचब, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट अजीजुर्रहीम समेत अन्य कर्मचारियों को डॉटा फीडिंग कक्ष में बुला लिया। पोर्टल पर दर्ज नमूनों की संख्या पूछी तो सभी अधिकारी एक-दूसरे की बगले झांकने लगे। इसके बाद वो कोरोना नमूने संकलित वाले कक्ष में पहुंचे। यहां उन्होंने फार्म चेक किए कि क्या डीटेल भरी जा रही है। गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग करने वालों से टेंप्रेचर के बारे में गार्ड से पूछा। इसके बाद वो बोले कांटेक्ट ट्रेसिंग से ही संक्रमण का फैलाव रोका जा सकता है। मरीजों को भेजने में ज्यादा समय नहीं लगना चाहिए।

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