मुरादाबाद में फायरिंग मामले में नया मोड़, जिसे आरोपित ने बताया कट्टा वो निकली मेड इन इटली की पिस्टल

पशु बांधने को लेकर मुगलपुरा थाना क्षेत्र में बकरीद के दिन दो पक्षों में विवाद हो गया था। इस दौरान एक पक्ष पर फायरिंग करने का आरोप लगा था। उस दिन तत्कालीन थाना प्रभारी को जानकारी मिली थी कि आरोपित ने कट्टे से फायर किया है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 01:50 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 01:50 PM (IST)
मुरादाबाद में फायरिंग मामले में नया मोड़, जिसे आरोपित ने बताया कट्टा वो निकली मेड इन इटली की पिस्टल
मुगलपुरा थाना क्षेत्र में पशु बांधने के लेकर दो पक्षों में विवाद के बाद गोली चली थी।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। पशु बांधने को लेकर मुगलपुरा थाना क्षेत्र में बकरीद के दिन दो पक्षों में विवाद हो गया था। इस दौरान एक पक्ष पर फायरिंग करने का आरोप लगा था। उस दिन तत्कालीन थाना प्रभारी को जानकारी मिली थी, कि आरोपित ने कट्टे से फायर किया है। उनके स्थानांतरण के बाद आए थाना प्रभारी की जांच में आरोपित के पास से विदेशी पिस्टल बरामद हुई तो पुलिस के होश उड़ गए। जब आरोपित के पुराने रिकार्ड को खंगाला गया तो उस पर दिल्ली में धोखाधड़ी के दो मुकदमे दर्ज मिले। पुलिस ने आरोपित से पूछताछ करने के बाद जेल भेज दिया है।

बीते 21 मई को मुगलपुरा के मुफ्ती टोला निवासी जफर अली और जिया फैसल दरवाजे में  पशु बांधने को लेकर विवाद हो गया था। जफर अली सेवानिवृत्त इंजीनियर हैं, जबकि उनके बेटे कामरान दवा कंपनी में एमआर हैं। पुलिस के मुताबिक, दोनों परिवार कुर्बानी के लिए पशु लाए थे। जफर अली ने कुर्बानी कर दी थी, जबकि फैसल कुर्बानी की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान जफर के मकान के सामने जिया फैसल ने पशु बांध दिया था। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो गई थी। इसी दौरान जिया फैसल ने हवाई फायरिंग कर दी थी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस को मौके से एक कारतूस का खोखा और एक मैगजीन भी बरामद हुई थी। उस समय पुलिस असलहा कौन सा है इस संबंध में सही जानकारी नहीं जुटा पाई थी। कुछ दिन पूर्व ही मुगलपुरा थाना प्रभारी बने अमित कुमार ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार करके सख्ती से पूछताछ की थी, पहले वह कट्टे से ही फायर करने की बात कह रहा था। जब कारतूस का खोखा और मैगजीन दिखाई गई तो उसने पिस्टल की बात की स्वीकार की। उसके पास जो पिस्टल बरामद हुई, उस पर मेड इन इटली लिखा था। वहीं आरोपित ने पूछताछ में दिल्ली से पिस्टल खरीदने की बात को स्वीकार की थी।

दिल्ली में आरोपित के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज : पकड़े गए आरोपित जिया फैसल से पूछताछ के बाद पता चला कि आरोपित के खिलाफ दिल्ली में धोखाधड़ी के दो मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें एक मुकदमा शहादरा के कृष्णा नगर थाने में दर्ज है, वहीं दूसरा मुकदमा साउथ ईस्ट दिल्ली के ओआइ स्टेट थाने में दर्ज है। पकड़ा गया आरोपित शातिर किस्म का साइबर अपराधी है। उस पर लोगों के क्रेडिट कार्ड से धोखाधड़ी करके पैसे निकालने के आरोप हैं। पुलिस जांच कर रही है कि आखिर उसके विदेशी पिस्टल कहां से मिली।

41 साल पहले विदेशी हथियारों की खरीद पर लगी थी रोक : भारत सरकार ने साल 1980 में विदेशी हथियारों के आयात पर रोक लगा दी थी। वहीं सरकार नई गाइड लाइन जारी करते हुए निर्देश दिए थे, साल 1980 तक जो विदेशी हथियार भारत में उन्हीं का विरासत ट्रांसफर हो सकता है। कोई भी व्यक्ति अपने शस्त्र लाइसेंस पर विदेशी हथियार खरीदना चाहता है तो वह पुराना ही हथियार ले सकता है। हालांकि, इंटरनेशनल शूटर खिलाड़ियों को गृह मंत्रालय की विशेष अनुमति पर ही विदेश से हथियार आयात करने की छूट मिली है। ऐसे में मेड इन इटली का हथियार मिलने पर पुलिस भी इस मामले को लेकर सकते में आ गई है।

इटली की पिस्टल की ढाई से पांच लाख रुपये हो सकती है कीमत : पिस्टल और रिवाल्वर इटली के बरेटा कंपनी के सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। मौजूदा समय में भारत में इनकी कीमत ढाई से पांच लाख रुपये तक होती है। वहीं कभी-कभी खिलाड़ी भी अपने हथियारों को 10 से 15 लाख रुपये तक में बेच देते हैं। वहीं कुछ वर्ष पहले मेरठ में विदेशी हथियारों की बड़ी खेप मिली थी। उस दौरान जांच में यह भी पता चला कि कुछ लोग विदेशी हथियारों की नकल करके स्वदेश में हथियार बनाते हैं।

आरोपित के पास चार कारतूस और एक फायर किया हुए खोखे के साथ ही पिस्टल बरामद हुई थी। पिस्टल में मेड इन इटली लिखा हुआ था। पूर्व की कुछ घटनाओं में पाया गया है कि देश में ही कुछ स्थानों में विदेशी हथियारों की नकल करके नया हथियार बना दिया जाता है। इस मामले में बिहार के मुंगेर जनपद में बने असलहे भी पकड़े गए हैं। इस मामले में जांच की जा रही है।

अनिल कुमार यादव, एएसपी, कोतवाली

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