मुरादाबाद जिला अस्पताल में लापरवाही, हमले में फट गया बुजुर्ग का दिल, चिकित्सक बोले-एक्सरे कराकर सुबह आना
मरणासन्न 70 वर्षीय वृद्ध को साथ लेकर उसके तीनों बेटे महानगर में पूरी रात दौड़ लगाते रहे। लेकिन जिला अस्पताल के चिकित्सकों व पुलिस की संवेदनशीलता सोई रही। किसी ने भी यह समझने की कोशिश नहीं की कि रूपचंद तीन बच्चों का महज पिता ही नहीं बल्कि मां भी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। बेरहम पिटाई से मरणासन्न 70 वर्षीय वृद्ध को साथ लेकर उसके तीनों बेटे महानगर में पूरी रात दौड़ लगाते रहे। लेकिन जिला अस्पताल के चिकित्सकों व पुलिस की संवेदनशीलता सोई रही। किसी ने भी यह समझने की कोशिश नहीं की कि रूपचंद तीन बच्चों का महज पिता ही नहीं बल्कि मां भी है। बचपन में ही मां को खोने वाले रूपचंद के तीनों बेटे पिता की दर्दनाक मौत से गहरे सदमे में हैं। जिला अस्पताल के चिकित्सकों व पुलिस की संवेदनहीनता ने तीनों को झकझोर कर रख दिया है।
वयोवृद्ध रूपचंद के मझले पुत्र राजकुमार ने बताया कि उसके तहेरे भाई मदन सिंह ने अपने तीनों बेटों के साथ अचानक पिता पर हमला बोला। तब वह मुरादाबाद से आकर घर में कपड़े निकाल रहा था। शोरगुल सुनकर जब वह बाहर निकला तो युवक के होश उड़ गए। प्रतिशोध की आग में जल रहे हमलावर रूपचंद को बेरहमी से पीट रहे थे। उन्हें न तो रिश्ते का ख्याल रहा और न ही रूपचंद की उम्र का। हमलावरों की आंख में आक्रोश के अंगारे दहक रहे थे। लाठी डंडे से वृद्ध के हाथ व पैर पर ताबड़तोड़ प्रहार करने के बाद भी हमलावरों के प्रतिशोध की ज्वाला शांत नहीं हुई। उन्होंने कोहनी से सीने पर कई वार किया। यही वजह रही कि वृद्ध रूपचंद का हृदय फट गया। वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद हमलावर भागे। मणरासन्न पिता को देख सन्न राजकुमार व उसका छोटा भाई पहले रूपचंद को साथ लेकर पहले पुलिस चौकी पहुंचे। पुलिस कर्मियों ने जिला अस्पताल में रूपचंद का मेडिकल तो कराया, लेकिन वृद्ध के दिल का घाव समझने में चूक कर गए। राजकुमार के मुताबिक वृद्ध पिता की एक्सरे कराने की सलाह देते हुए चिकित्सकों ने उसे सुबह बुलाया। लाचार राजकुमार को तब पता नहीं था कि घर पर पिता की मौत इंतजार कर रही है। रात दो बजे रूपचंद के सीने में तेज दर्द हुआ। निजी अस्पताल ले जाते ही उसे मृत घोषित कर दिया गया। तीन बजे पिता की मौत की पुष्टि बाद पूरा परिवार गहरे शोक में डूब गया। राजकुमार के मुताबिक रूपचंद ने ही अकेले दम पर पूरा परिवार खड़ा किया था। हत्यारोपित मदन सिंह का पुत्र राहुल इस वक्त जेल में है। राहुल के जेल जाने को लेकर रूपचंद व मदन के बीच रार शुरू हो गई। यह रार ही रूपचंद के मौत का सबब बन गई।
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