कोरोना जांच में लापरवाही, लैब तकनीशियन नहीं ले रहे नमूने, डाक्टर सीट पर बैठ नहीं रहे, जानें कैसे ओमिक्रोन से लड़ेगा मुरादाबाद
Negligence in Corona Testing in Moradabad दुनिया भर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर हलचल मची हुई है। स्वास्थ्य विभाग दावा कर रहा है कि प्रतिदिन ढाई हजार लोगों के नमूने लिए जाएंगे। लेकिन हालात के हिसाब से तो डेढ़ हजार कोरोना के नमूने होना मुश्किल है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Negligence in Corona Testing in Moradabad : दुनिया भर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर हलचल मची हुई है। स्वास्थ्य विभाग दावा कर रहा है कि प्रतिदिन ढाई हजार लोगों के नमूने लिए जाएंगे। लेकिन, ढाई हजार तो छोड़िये हालात के हिसाब से तो डेढ़ हजार कोरोना के नमूने होना मुश्किल है। मंगलवार की दोपहर दैनिक जागरण टीम ने शहर के नगरीय प्राथमि स्वास्थ्य केंद्र झांझनपुर, किसरौल, नवाबपुरा और कानून गोयान का रियलिटी चेक किया। चार नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों की पड़ताल में हालात साफ नजर आ गए। चार केंद्र तो बानगी है। शहर में 26 अस्पताल हैं। जिनमें इसी व्यवस्था के तहत काम हो रहा है। ऐसे में हम संक्रमण से बचाव के लिए क्या काम कर पाएंगे।
नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झांझनपुरः नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में टीका लगवाने वालों की भीड़ लगी थी। विवेकानंद नर्सिंग कालेज की छात्रा मनीषा, आरिफा, नरगिस, ज्योति, नेहा पंजीयन करने के साथ ही टीकाकरण कर रहीं थी। स्टाफ नर्स वीनू गुप्ता टीका लगवाने वालों के लिए व्यवस्था बनवाने में जुटी थीं। चिकित्सक छुट्टी पर थीं। लैब तकनीशियन फुरकान ओपीडी में आए मरीज कुशाग्र कुमार का नमूना ले रहे थे। कुल मिलाकर केंद्र पर टीके लगाए जा रहे थे। वहीं एएनएम मुहल्ले में टीकाकरण के लिए निकली हुई थीं। कोरोना की जांच के लिए स्टाफ को कोई निर्देश नहीं मिला है।
नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किसरौलः 84 घंटा मंदिर के पास नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सन्नाटा पसरा हुआ था। स्टाफ नर्स बेबी सालेहा और फार्मासिस्ट नमित कुमार मौजूद थे। केंद्र पर कोई कर्मचारी नहीं था। न मरीज मिला और न ही स्टाफ मौजूद था। चिकित्सक भी इस सेंटर पर नहीं है। दवा देने की जिम्मेदारी भी स्टाफ की ही है। कुल 60 लोगों का टीकाकरण किया गया था। दो एएनएम में एक ही ड्यूटी पर थीं। पूछने पर स्टाफ द्वारा बताया गया कि अभी तो व्यवस्था ऐसे ही चलाई जा रही है। कोरोना की जांच की भी कोई व्यवस्था नहीं है।
नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबपुराः नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में टीका लगवाने वालों की भीड़ लगी थी। डाक्टर केंद्र में नहीं थे। पंजीयन कराने के इंतजार में चार महिलाएं और तीन पुरुष कर्मचारी खड़े थे। 15 मिनट बाद कर्मचारी पहुंचे। इसके बाद पंजीयन शुरू हाे पाया। फार्मासिस्ट मरीजों को दवा वितरित कर रहे थे। लैब तकनीशियन का कक्ष खाली पड़ा था। आरटीपीसीआर नमूने लेने की यहां भी कोई व्यवस्था नहीं थी। बताया गया कि हमें कोरोना की जांच के लिए नहीं कहा गया है। इसलिए केंद्र पर कोई व्यवस्था नहीं है।
नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कानून गोयानः दैनिक जागरण टीम कानून गोयान पहुंची तो यहां स्टाफ नर्स शबाना परवीन, फार्मासिस्ट अतुल कुमार, वार्ड ब्वाय इरफान अली, वार्ड आया निर्मला मौजूद थीं। चिकित्सक डा. संदीप अग्रवाल, लैब तकनीशियन अवनीश कुमार गायब थे। बाकी एएनएम के बारे में बताया गया कि सभी मुहल्ले में टीका लगाने के लिए गए हुए हैं। वहीं बिजली नहीं होने की वजह से 30 मिनट तक मोबाइल की रोशनी में लोगों का टीकाकरण किया गया। बताया गया कि अभी ताे टीकाकरण पर ही फोकस किया जा रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारीः मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एमसी गर्ग ने बताया कि व्यवस्थाएं बनाई जा रहीं हैं। शहर में कई टीमें नमूने ले रहीं हैं। नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में नमूने लेने की पूरी व्यवस्था है। इसमें कहां दिक्कत आ रही है। उस समस्या को दूर करके नमूने बढ़ाए जाएंगे। जिला सर्विलांस अधिकारी प्रवीण कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि सर्विलांस टीम लगातार नमूने ले रहीं हैं। सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा प्रमुख स्थानों पर नमूने लिए जा रहे हैं। नमूनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। लोगों से भी अपील है कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों का सहयोग करें।