धनुरासन योग आसन से लचीली होंगी मांसपेशियां, मह‍िलाओं के ल‍िए भी है बहुत लाभदायक

Dhanurasana yoga postures धनुरासन योग आसन करने से आपका मेरुदंड और पीठ की मांसपेशियां लचीली होती हैं। दमा मधुमेह कब्ज में ये आसन बहुत लाभकारी है। इसके अलावा मह‍िलाओं को भी यह योग आसन काफी लाभ पहुंचाता है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 09:54 AM (IST) Updated:Wed, 27 Jan 2021 09:54 AM (IST)
धनुरासन योग आसन से लचीली होंगी मांसपेशियां, मह‍िलाओं के ल‍िए भी है बहुत लाभदायक
मा, मधुमेह, कब्ज में ये आसन बहुत लाभकारी है।

मुरादाबाद, जेएनएन। Dhanurasana yoga postures। स्वस्थ रहने के लिए आपको न‍ियम‍ित रूप से योग करना होगा। कोई भी स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी समस्‍या आने पर कई तरह की परेशान‍ियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में पहले से ही सावधान रहने की जरूरत है।

धनुरासन योग आसन करने से आपका मेरुदंड और पीठ की मांसपेशियां लचीली होती हैं। दमा, मधुमेह, कब्ज में ये आसन बहुत लाभकारी है। यह स्नायु की दुर्बलता और मासिक धर्म की अनियमितता को भी दूर करता है। इससे अमाशय, दांतों के दोष दूर होते हैं। वात रोग का नाश होता है और पाचन शक्ति बढ़ती है। भूख तेज लगती है। स्त्रियों के लिए भी लाभदायक है। हृदय राेगी, अल्सर, कोलाइटिस, हर्निया और स्लिप डिस्क से पीड़ित मरीजों को ये आसन नहीं करना है। इसके लिए पैरों को सटाकर रखते हुए पेट के बल लेट जाएं। ठुड्डी फर्श पर टिकी रहे। अब पैरों को घुटनों से पीछे की ओर मोड़कर जांघों पर लाएं, दाहिना टखना, दाहिने हाथ से और बायां टखना बाएं हाथ से पकड़ लीजिए। हाथों को टखनों पर अच्छी तरह जम जाने पर धड़ और घुटनों को ऊपर की ओर उठाएं, ज‍िससे बदन के फर्श पर टिके हुए दोनों ओर के हिस्सों में मोड़ आ जाए। बदन का सारा भार फर्श पर टिकाते हुए नाभि के आसपास वाले भाग पर डालें। प्रत्यंचा रूप धारण किए हुए हाथों और पैरों को जहां तक हो सके, ऊपर की ओर तानने की कोशिश कीजिए, जिसमें बदन का मोड़ अधिक हो जाए। इस प्रयत्न में हाथों और पैरों के बीच में रस्साकशी की स्थिति प्रस्तुत हो जाएगी। दोनों एक दूसरें को अपनी ओर खींचने का प्रयत्न करते रहेंगे। घुटने सटे रहेंगे और कंधे तथा घुटने एक सीध में हो जाएंगे। शरीर का संतुलन बनाए रखने का ख्याल रखिए। क्योंकि इसमें इधर-उधर गिरने की संभावनाएं रहती हैं। यही धनुरासन की पूर्णअवस्था है। 

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