Murder in Moradabad : महिला की हत्या के बाद परिवार में मातम, बेटियां पूछती रहीं- मां कहां गई
Murder in Moradabad मुरादाबाद में देवर ने चाकू से गोदकर अपनी ही भाभी की हत्या कर दी। घटना के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस हत्या की वजह जानने में जुटी हुई है। कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Murder in Moradabad : कटघर थाना क्षेत्र मकबरा मुहल्ला निवासी तराना परवीन की दर्दनाक हत्या से परिवार के साथ ही मुहल्ले के लोग भी हैरान हैं। किसी को यह यकीन ही नहीं हो रहा कि देवर इमरान इस तरह से भाभी को मौत के घाट उतार देगा। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया। वहीं बीते 24 घंटे से मां तराना को घर में न देखकर बच्चे परेशान हैं।
महिला का बड़ा बेटा 14 वर्षीय फैज, पांच साल की उसकी बहन आयशा, 10 साल की फौजिया और 12 साल अर्शिया का रो-रोककर बुरा हाल है। बेटियां पूरे दिन दादी भूरी के पास बैठकर मां तराना के बारे में पूछती रहीं। वहीं दादी आंख में आंसू भरकर उन्हें समझाने का प्रयास करती रहीं। तराना पूरे परिवार का ख्याल रखती थी। महिला के भाई नदीम ने बताया कि उनकी बहन का स्वभाव बेहतर था, वह किसी से भी लड़ती नहीं थी। इसके बाद भी उसके साथ जैसा किया गया, इसकी उम्मीद किसी को नहीं दी।
महिला की मौत पर हंगामा, डाक्टर पर लापरवाही का लगाया आरोप : कटघर थाना क्षेत्र के रहमतनगर निवासी इमरान ने बताया कि उनकी मां नसीम जहां की तबीयत ठीक नहीं रहती थी। अस्पताल में जांच के दौरान पता चला था कि उनके पेट में रसौली है। मुगलपुरा थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में आपरेशन के लिए उन्हें भर्ती कराया गया था। आपरेशन के बाद उनकी मौत हो गई। महिला की मौत की सूचना जैसे ही स्वजन को मिली, सभी अस्पताल में एकत्र होकर लापरवाही करने का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे। महिला के बेटे इमरान ने बताया कि शनिवार रात अस्पताल संचालक ने एक दूसरे डाक्टर को बुलाकर आपरेशन कराया था। रात करीब दो बजे नसीम जहां के मुंह से झाग निकलने लगा, लेकिन स्टाफ की ओर से ध्यान नहीं दिया गया। पुलिस ने स्वजन को समझाने के साथ ही कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद सभी शांत हो गए। मुगलपुरा थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि इस मामले में डाक्टरों की टीम के द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराने के साथ ही वीडियो और फोटोग्राफी कराई गई है। पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। जिसके बाद बिसरा को जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है।