नवरात्र में भी नगर आयुक्त ने किया झूठा वादा, नहीं मिली वेंडरों को दुकानें
दीनदयाल शहरी आजीविका मिशन के तहत नवरात्र में भी वेंडरों को दुकाने नहीं मिल पाईं। एक तरफ पीएम स्वनिधि निधि योजना के तहत 10000 रुपये ऋण देने की तैयारी है। दूसरी ओर इस ऋण का तब तक वेंडरों को फायदा नहीं मिलेगा जब तक दुकानें आवंटित नहीं हो जातीं।
मुरादाबाद, जेएनएन। दीनदयाल शहरी आजीविका मिशन के तहत नवरात्र में भी वेंडरों को दुकाने नहीं मिल पाईं। एक तरफ पीएम स्वनिधि निधि योजना के तहत 10000 रुपये ऋण देने की तैयारी है। दूसरी ओर इस ऋण का तब तक वेंडरों को फायदा नहीं मिलेगा, जब तक दुकानें आवंटित नहीं हो जातीं। सोमवार को टाउन हॉल के करीब 40 रेहड़ी पटरी वालों ने पीली कोठी स्थित नगर निगम कार्यालय पर जमा होकर अपना विरोध जताया।
कमल सक्सेना ने कहा कि नगर आयुक्त ने नवरात्र में दुकानें देने का वादा किया था। लेकिन, यह वादा झूठा साबित हुआ। टाउन हॉल से हटाने के बाद दो साल घर में खाली बैठे हो गए हैं। पिछले साल भी दीवाली फीकी रही। कोरोना के कारण आठ महीने से कारोबार अभी चौपट है। स्टॉल मिलने की उम्मीद थी वह भी नहीं मिली। जबकि पोर्टेबल दुकानों के लिए पहली किस्त नगर निगम में जमा करा दी गई है। महानगर में करीब 2000 वेंडर हैं इन्हें वेंडिंग जोन में स्टाल देनी है। लेकिन, अभी तक नगर निगम टाउन हॉल से उजाले गए 70 वेंडरों को ही दो साल से स्टॉल नहीं दे पाया तो बाकी की बात तो छोड़ ही दीजिए। शहर में 14 वेंडिंग जोन चिन्हित किए गए थे अभी कुक्कुट साला रोड के अलावा कोई भी वेंडिंग फाइनल नहीं हुआ।