मुरादाबाद पुलिस अब हर रोज जाएगी अपराधियों के घर, तैयार करेगी अपराधियों की पूरी कुंडली, जानें क्या है पूरी योजना
Moradabad Police Go to Criminals House Everyday अपराध की रोकथाम के लिए एसएसपी बबलू कुमार 19 ईगल बाइक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। एसएसपी की यह स्पेशल टीम प्रत्येक थाना क्षेत्र में अपराधियों के घर जाकर उनके बारे में जानकारी हासिल करेगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Police Go to Criminals House Everyday : अपराध की रोकथाम के लिए एसएसपी बबलू कुमार 19 ईगल बाइक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। एसएसपी की यह स्पेशल टीम प्रत्येक थाना क्षेत्र में अपराधियों के घर जाकर उनके बारे में जानकारी हासिल करेगी। जिले के 19 थाना क्षेत्रों में दो-दो पुलिस कर्मियों को ईगल बाइक देकर उन्हें सत्यापन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
एसएसपी ने कहा कि प्रत्येक ईगल पुलिस कर्मियों को एक दिन में दस-दस अपराधियों के बारे में जानकारी करके उसकी सूचना ऑनलाइन ऐप में डाउनलोड करनी होगी। इस नई मुहिम से अपराधियों के बारे में जानकारी मिलेगी,इसके साथ ही मौजूद समय में वह क्षेत्र के साथ ही दूसरे स्थानों में किस कार्य में लगेंगे हैं,उसकी भी जानकारी मिल जाएंगे। इस कार्रवाई के माध्यम अपराधियों के मन में पुलिस का भय होगा,इससे वह किसी भी नए अपराध को अंजाम देने से डरेंगे। एसएसपी ने बताया कि मौजूदा समय में नौ हजार अपराधियों को डोजियर तैयार किया गया है।
इनमें बीते पांच सालों में विभिन्न अपराधों में शामिल अपराधियों के नाम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि बीते पांच सालों में जिन दस हजार लोगों के द्वारा अपराध किए गए हैं,उन सभी अपराधियों का सत्यापन किया जाएगा। इसके साथ अगर कोई अपराधी दूसरे राज्य में कार्यरत हैं,तो इसकी जानकारी लेकर संबंधित राज्य के थाने को अपराधी के बारे में सूचना दी जाएगी,ताकि उसकी गतिविधि पर उस राज्य की पुलिस भी नजर रखें। इस दौरान एसपी सिटी अमित कुमार आनंद,एएसपी अनिल कुमार यादव,एएसपी सागर जैन के साथ अन्य पुलिस कर्मी मौजूद रहे।
त्रिनेत्र ऐप से होगी अपराधियों की पहचान : दो साल पहले उत्तर प्रदेश पुलिस ने त्रिनेत्र ऐप लांच किया था। इस ऐप में पुलिस विभाग ने उत्तर प्रदेश के सभी अपराधियों को डाटा अपलोड कर दिया था। एसएसपी ने कहा कि ईगल बाइक के लोग अपराधी का फोटो खींचकर उसके बारे में संबंधित जानकारी को देखने के साथ ही नई जानकारी को अपलोड कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने थाना क्षेत्रों में आकस्मिक चेकिंग के दौरान भी इस ऐप का उपयोग किया जाए।
उन्होंने कहा कि अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति है,और वह अपना नाम और पता छिपाने का प्रयास कर रहा हैं,ऐसे में त्रिनेत्र ऐप के माध्यम से संदिग्ध की पहचान की जा सकती है। उन्होंने सभी सीओ से कहा कि वह चेकिंग के दौरान इस ऐप का प्रयोग अवश्य करें। गौरतलब है कि इस ऐप के माध्यम से सूबे के किसी भी अपराधी का फोटो स्कैन होने के बाद उसके अपराध के बारे में पूरी जानकारी मिल सकती है। फोटो स्कैन होते ही उसका डाटा भी सामने आ जाएगा।