मुरादाबाद से नगीना के बीच हुआ ट्रेन-18 के ब्रेक का ट्रायल

मुरादाबाद : भारत में निर्मित हाईस्पीड ट्रेन-18 का ट्रायल रविवार को मुरादाबाद मंडल के ट्रैक पर दौड़ी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 08:06 AM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 08:06 AM (IST)
मुरादाबाद से नगीना के बीच हुआ ट्रेन-18 के ब्रेक का ट्रायल
मुरादाबाद से नगीना के बीच हुआ ट्रेन-18 के ब्रेक का ट्रायल

मुरादाबाद : भारत में निर्मित हाईस्पीड ट्रेन-18 का ट्रायल रविवार को मुरादाबाद मंडल के ट्रैक पर हुआ। ट्रेन को मुरादाबाद सहारनपुर रूट पर नगीना तक अलग-अलग रफ्तार पर रोक-रोक कर चलाया गया। पहले दिन ट्रेन के ब्रेक टेस्ट किए गए। मुरादाबाद यार्ड से रवाना होने से पहले ट्रेन-18 को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। ट्रेन के साथ सेल्फी ली। ट्रायल से पहले हुआ परीक्षण

रविवार को ट्रेन के ट्रायल पर रवाना होने से पहले पूरी ट्रेन का निरीक्षण किया गया। इसमें लगे सिस्टम और उपकरणों को चेक करने के बाद ट्रायल के लिए अनुमति दी गई। इसके साथ ही तकनीकी टीम ट्रेन में सवार हुई। उन्होंने ट्रेन की स्पीड, झटके, विभिन्न स्पीड पर ब्रेक लगाने से ट्रेन में कंपन और अन्य प्रभाव आदि के मापन के लिए उपकरण ट्रेन के कोच में लगाए। इनके तार इंजन के ब्रेक और शॉकर सहित अन्य हिस्सों से जोड़ा। मुरादाबाद के ड्राइवर सुबह करीब 10 बजे ट्रेन लेकर मुरादाबाद सहारनपुर रूट पर रवाना हुए। ट्रेन मुरादाबाद से नजीबाबाद होते हुए नगीना तक गई। विभिन्न रफ्तार पर हुई ब्रेक की जाच

मुरादाबाद से ट्रेन को नगीना तक ले जाया गया। करीब 77 किमी की दूरी को पाच घटे में पूरा किया। इसमें ट्रेन को कई स्थानों पर रोका गया। सबसे पहले 20 किमी तक ट्रेन को 30 किमी प्रति घटे की रफ्तार से चलाया गया। फिर ब्रेक लगाए गए और उसका प्रभाव रिकार्ड किया। इसके बाद 60 किमी प्रति घटे की रफ्तार से इतनी ही दूरी तक चलाया और फिर ब्रेक लगाए गए। इस प्रकार 100 किमी प्रति घटे की रफ्तार पर चलाकर ब्रेक लगाए गए। नगीना तक पहुंचने के बाद ट्रेन मुरादाबाद के लिए लौटी। रात नौ बजे ट्रेन मुरादाबाद यार्ड में खड़ी हो गई। कुल 11 घटे में ट्रेन ने लगभग 154 किमी का सफर तय किया। आज भी नगीना तक जाएगी ट्रेन

सोमवार को ट्रेन फिर से ट्रायल पर निकलेगी और उसकी रफ्तार की जाच की जाएगी। ट्रेन नगीना तक जाकर वापस आएगी। मंगलवार को ट्रेन का विभिन्न स्टेशनों पर रोक कर और मोड़ पर तेज गति से चलाकर ट्रायल किया जाएगा। इसके बाद ट्रेन नजीबाबाद में रुकेगी और वापस नहीं आएगी। उस दौरान उसे लक्सर तक ले जाया जाएगा।

सुविधाएं करानी हैं उपलब्ध : डीआरएम

मंडल में ट्रेन-18 के ट्रायल के लिए हमें ड्राइवर और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करानी हैं। सुबह दस बजे रूट क्लीयर कर ट्रेन को उपलब्ध कराया गया। ट्रेन में विदेशी सिस्टम भी लगे हैं। इसलिए उन कंपनियों के इंजीनियर की मौजूदगी में ट्रायल चल रहा है। ट्रायल सात दिन चलेगा।

- अजय कुमार सिंघल, मंडल रेल प्रबंधक

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