Moradabad Municipal Corporation : जलभराव रोकने के ल‍िए नालों पर एक करोड़ खर्च, नहीं म‍िली राहत

नालों की सफाई नहीं सड़कें सीवर लाइन डालकर खोदकर छोड़ दी गईं और एमडीए ने 30 साल पहले रामगंगा विहार के ए ब्लाक में दो फीट नीचे गड्ढे में बसाकर डुबोने का काम किया। लोगों को जलभराव से न‍िजात नहीं म‍िल पा रही है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 03:13 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 03:13 PM (IST)
Moradabad Municipal Corporation : जलभराव रोकने के ल‍िए नालों पर एक करोड़ खर्च, नहीं म‍िली राहत
रामगंगा विहार का ए ब्लाक डुबाने में एमडीए, नगर निगम व जल निगम जिम्मेदार!

मुरादाबाद, जेएनएन। बारिश में तालाब बनने वाले रामगंगा विहार के ए ब्लाक में बाढ़ जैसी स्थिति के लिए तीन विभाग एमडीए, नगर निगम और जल निगम जिम्मेदार हैं। नालों की सफाई नहीं, सड़कें सीवर लाइन डालकर खोदकर छोड़ दी गईं और एमडीए ने 30 साल पहले रामगंगा विहार के ए ब्लाक में दो फीट नीचे गड्ढे में बसाकर डुबोने का काम किया। करीब एक करोड़ रुपये से अकबर के सामने, 24 मीटर रोड व कांठ रोड के नाले बनाए गए लेकिन, जलभराव फिर भी नहीं रुका।

कालोनी बसने व कांठ रोड पर कंपनियों के शोरूम से बंद नालों की सफाई न होने से ड्रेनेज सिस्टम चौपट है। जिससे आलीशान कोठियों के सामने जलभराव से लोगों का आक्रोश बढ़ रहा है। लेकिन, अफसरों को कोई फर्क नहीं। इस ब्लॉक में करीब 200 आवास हैं। हाउस टैक्स देने के बाद भी नर्क झेल रहे हैं। 30 साल पहले एमडीए ने दो फीट नीचे यह ब्लाक बसा दिया। यही नहीं इस ब्लाक के लिए सबसे बड़ी मुसीबत एक बड़ी ब्रांडेड रेडीमेड कपड़ों की कंपनी के सामने से गुजर रहा नाला है। करीब सौ मीटर नाला बंद हैं। जिससे ए ब्लाक में पानी भरता है। तीसरा जल निगम ने सीवर लाइन खोदाई के बाद सड़क नहीं बनाई। ग्रेनुलर सब बेस (जीएसबी) यानि पत्थर का चूरा व पत्थर की रोड़ी डालकर छोड़ दिया है। जिससे बारिश में आलीशान कोठियों के समने दो फीट पानी भरने से लोग मुसीबत में घिर जाते हैं। नगर निगम की क्यूआरटी सिर्फ ढिंढोरा पीटने के लिए है। इस ब्लाक में बारिश रुकने के बाद भी शाम तक पानी नहीं उतरा।  इस ब्लाक का जायजा लिया तो नालियां पानी से भरी हुई थीं। जब बिना बारिश के ही घर के पानी की निकासी से नालियां फुल हैं तो बारिश में जलभराव होगा है। इसके अलावा आशियाना, अवंतिका, रामगंगा विहार फेस दो, कांठ रोड पर भी जलभराव होता है।

बारिश नहीं हुई तो चार दिन में सड़क बनाने का दावा

जल निगम अफसरों का कहना है कि सीवर लाइन खोदाई तो तीन महीने पहले हुई है लेकिन, इस ब्लाक में पानी भरने की समस्या तो कई साल पुरानी है। जल निगम की कार्यदायी संस्था केके स्पन के प्रोजेक्ट मैनेजर रजनीश गोयल कहते हैं कि जीएसबी डाल दी है। अगर चार दिन बारिश नहीं हुई तो यह सड़क बन जाएगी।

ए ब्लाक में पानी भरने की वजह की सही पड़ताल की जाएगी कि किस कारण रामगंगा विहार के ए ब्लाक में पानी भरता है। अगर नालों पर गतिरोध है तो उनकी सफाई कराई जाएगी।

अनिल कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त

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