Dengue in Moradabad : मुरादाबाद सांसद डा. एसटी हसन को हुआ डेंगू, जिले में 46 डेंगू के नए मरीज मिले
Dengue in Moradabad डेंगू का प्रकोप बढ़ा हुआ है। सुबह-शाम की ठंड शुरु होने के बाद भी मच्छरों का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। सांसद एसटी हसन समेत जिले में 46 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। डेंगू मलेरिया और टायफाइड के मरीजों से अस्पताल फुल हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। Dengue in Moradabad : डेंगू का प्रकोप बढ़ा हुआ है। सुबह-शाम की ठंड शुरु होने के बाद भी मच्छरों का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। सांसद डा. एसटी हसन समेत जिले में 46 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। हालात ये हैं कि डेंगू, मलेरिया और टायफाइड के मरीजों से अस्पताल फुल हैं। छोटे नर्सिंग होम में भी मरीजों की कतार लगी हुई है। गंभीर हालत में पहुंचने पर ही जिला अस्पताल में मरीज को भर्ती किया जा रहा है। पाश कालोनी के साथ ही घनी आबादी में डेंगू के मरीजों की भरमार है।
मंगलवार को नवाबपुरा के विशाल, मंगुपुरा के नंद कुमार, जामा मस्जिद के अजीम, चक्कर की मिलक के छोटे, मानपुर के इमरान, करूला के अब्दुल, दौलतबाग के अबरार, रामगंगा विहार के अमित, कांशीराम नगर के राजपाल, पुलिस लाइन के खन्ना, रसूलपुर हमीर के हुसैन, लालबाग काली मंदिर के पास मुजफ्फर, असालतपुरा के अब्दुल, इंद्रा कालोनी की टीना, गुलाबबाड़ी की नीलम, अगवानपुर के आलम, नसीम, शबनम, कटघर के अल्तमश, तहसील स्कूल के साकिब, डिप्टीगंज के अब्दुल रहमान, कच्चा बाग की मेहरुन्निसा, जामा मस्जिद की अक्सा, रामगंगा विहार के संजीव, इंद्राचौक की नूरजबीं, लाइनपार सूर्यनगर के रवि, जामा मस्जिद के किफायत अली, लालबाग के सईद अहमद में डेंगू की पुष्टि हुई है। सांसद डा. एसटी हसन को पिछले चार दिन से बुखार आ रहा था। उन्होंने निजी पैथलैब से डेंगू की रिपोर्ट कराई तो पाजिटिव मिली है। उनकी प्लेटलेट्स भी कम हो गई थी। प्लेटलेट्स चढ़ने के बाद हालत में सुधार बताया जा रहा है।
16008 को लगा संक्रमण से बचाव का टीका : मंगलवार को जिले के 265 सत्रों में शाम तक 16008 को संक्रमण से बचाव का टीका लगाया गया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. दीपक वर्मा ने बताया कि भोजपुर, बिलारी, डिलारी, कांठ, कुंदरकी, मूंढापांडे, ताजपुर, ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद शहर में प्रथम, सेकेंड डोज लगाई गई है। इसके साथ ही प्रयास किया गया कि अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाया जा सके। क्षेत्रों में अपील कराई जा रही है। जो लोग वैक्सीन लगवाने से रह गए हैं। वो समय से केंद्रों पर पहुंचे।