वर्कफ्राम हाेम में गुरुजी बच्चाें काे दे रहे काेराेना से छुट्टी का मंत्र, वाटसएप पर सिखा रहे आक्सीजन लेवल बढ़ाने वाले याेग
कोरोना की दूसरी लहर घातक सिद्ध हो रही है। आक्सीजन की कमी से कोरोना संक्रमण के कारण हो रही मौत से लोग तनाव में आ रहे हैं। लेकिन इन दिनों तनाव नहीं धैर्य और स्वयं की इम्युनिटी व आक्सीजन लेवल कैसे बढ़ाएं इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर घातक सिद्ध हो रही है। आक्सीजन की कमी से कोरोना संक्रमण के कारण हो रही मौत की खबर से लोग तनाव में आ रहे हैं। लेकिन, इन दिनों तनाव नहीं धैर्य और स्वयं की इम्युनिटी व आक्सीजन लेवल कैसे बढ़ाएं इस पर ध्यान देने की जरूरत है। योग व व्यायाम नियमित करने से आक्सीजन लेवल व इम्युनिटी बढ़ाने से कोरोना को हराना हमारे हाथ में है। कोरोना को योगा से हराने को इन दिनों वर्क फ्राम होम रहकर प्राथमिक विद्यालय चंगेरी के प्रधानाध्यापक एवं योग गुरु खिलेंद्र सिंह योग के टिप्स की वीडियो बनाकर स्कूलों के वाटसएप ग्रुपस पर भेज रहे हैं। जिले में करीब 1513 स्कूल हैं, जिनके करीब 50 वाटसएप ग्रुप हैं।
इस प्रकार बढ़ाएं आक्सजीन का लेवल
1-रोगी को पेट के बल लिटा दें और उससे धीरे-धीरे किंतु गहरी सांस लेने को कहें। इससे दस से 25 फीसद तक आक्सीजन बढ़ जाती है और यह क्रिया एक तरह से आक्सीजन की कमी में प्राथमिक चिकित्सा का काम करेगी।
2- भस्त्रिका प्राणायाम करने से से 10 से 15 मिनट में आक्सीजन का लेवल 10 से 20 फीसद बढ़ जाता है।
3-कपालभाति प्राणाम 10 से 20 मिनट करने से 10 से 20 फीसद तक आक्सीजन लेवल में वृद्धि होती है।
4-शुरुआत में बुखार आने पर लोग अधिक चिंतिंत हो जाते हैं, प्राणायाम करने से बुखार को आसानी से उतारा जा सकता है।
शीतली व सीतकारी प्राणायाम करता है बुखार कम
शीतली प्राणायाम में जीभ को ओट से आगे निकाल कर पतनाले का रूप देते हैं और हवा को पीते हैं। फिर मुंह को बंद करके नाक से सांस को बाहर छोड़ते हैं। इस क्रिया को 20 मिनट तक करने से बुखार का लेवल कम करने में मदद मिलती है। सीतकारी प्राणायाम में दांतों को मिलाकर हवा को पीने का प्रयास करते हैं और मुंह को बंद करके नाक से सांस बाहर छोड़ते हैं। ऐसा 15 से 20 मिनट तक करने से बुखार का लेवल कम होता है।
तनाव कम करने को करें भ्रामरी प्राणायाम
भ्रामरी प्राणायाम तनाव कम करने में लाभकारी है। इसमें दोनों कानों में अंगूठा लगाकर प्रथम उंगली भौंहो पर तथा शेष तीनों उंगलियों से आंख बंद करते हैं तथा गहरा लंबा सांस लेकर भंवरे जैसा गुंजन करते हैं, इससे हमारे दिमाग में स्ट्रेस और तनाव दूर होता है। इसको लगभग 10 से 15 मिनट तक करना चाहिए।
रोजाना काढ़ा का करें सेवन
आयुर्वेदिक औषद्यियो से कोरोना को मात दिया जा सकता है। इसमें गिलोय, तुलसी, दालचीनी, सौंठ, तेजपात, मुलेठी, स्वादानुसार गुड़ का काढ़ा दिन में एक बार या दो बार भी ले सकते हैं।
योगासान से कई लोगों की रिपोर्ट आई निगेटिवयोग शिक्षक खिलेंद्र सिंह का कहना है कि योगासन से सात लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। अर्चना रानी, देवेश कुमार, तरीप्ति शर्मा, अंशुरानी, कविता देवी, शारदा देवी, सुशील कुमार की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। खिलेंद्र कहते हैं कि खांसी, बुखार होने से घबराएं नहीं। शुरूआत में ही योगासन व घरेलू काढ़ा बनाकर पीने से काफी हद तक कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है।