Moradabad Liquor Smuggling Case : शराब तस्करों को पुलिस कार्रवाई से बचाने के लिए दो ग्राम प्रधानों ने झोंक दी थी ताकत
जिले के डिलारी में अवैध शराब की तस्करी का बड़ा मामला सामने आने के बाद पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जैसे-तैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे पुलिस को कई अहम सुराग भी मिल रहे हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। जिले के डिलारी में अवैध शराब की तस्करी का बड़ा मामला सामने आने के बाद पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जैसे-तैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे पुलिस को कई अहम सुराग भी मिल रहे हैं।
18 मार्च 2021 को ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र में अवैध शराब के साथ पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया था। इन तस्करों के पास चार सौ पेटी अवैध शराब बरामद की गई थीं। इस घटना में एक आरोपित ने राजपुर केसरिया गांव निवासी राजेंद्र और उसके नौकर रमेश का नाम लिया था। लेकिन नाम सामने आने के बाद भी पूरे मामले में खानापूर्ति कर दी गई। जबकि, जो अवैध शराब पकड़ी गई थी, उसकी सप्लाई भी डिलारी थाना क्षेत्र के राजपुर केसरिया गांव से हुई थी। इस मामले में दोनों शराब तस्करों को बचाने के लिए दो ग्राम प्रधानों ने अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल करते हुए दोनों को बचा लिया था। पूरे गांव को इस बात की खबर है कि पुलिस ने पकड़ने के बाद दोनों आरोपितों को छोड़ दिया था।
पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल : लॉकडाउन के बाद भी गांव में अवैध शराब तस्करी करके पहुंचाने का काम किया जा रहा था। पुलिस इस बात से पूरी तरह अनजान थी। इस घटना के बाद ठाकुरद्वारा और डिलारी थाना पुलिस संदेह के घेरे में आ गई है। पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी पुलिस कर्मियों के साथ ही अन्य दारोगाओं की भूमिका की जांच कर रहे हैं। ऐसे में इन सभी लोगों की कॉल डिटेल्स खंगालने का काम विशेष टीम के द्वारा किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सिविल ड्रेस में कुछ पुलिस कर्मी अक्सर शराब तस्कर से मिलने के लिए आते-जाते थे और घंटों रुकने के बाद वापस चले जाते थे। ऐसे पुलिस कर्मियों की पहचान की जा रही है, जो शराब तस्कर के संपर्क में थे।
आरोपितों से पूछताछ के आधार पर जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार जांच की जा रही है। थाना पुलिस की भूमिका कितनी संदिग्ध इस मामले की भी जांच करके उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी। अवैध शराब तस्करी से जुड़े लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. अनूप कुमार सिंह, सीओ, ठाकुरद्वारा